टीईटी की परीक्षा लीक मामले को लेकर सीएम योगी का बड़ा बयान , कहा आरोपियों के खिलाफ…
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आपकी सरकार शुचितापूर्वक एवं पारदर्शी तरीके से परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए कृतसंकल्पित है। अभ्यर्थियों के साथ प्रदेश सरकार खड़ी है। एक माह के अंदर पारदर्शी तरीके से पुनः परीक्षा आयोजित होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीईटी की परीक्षा लीक मामले को काफी गंभीरता से लिया है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा, उनकी संपत्ति जब्त कराने और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने परीक्षार्थियों को राहत देते हुए आई कार्ड दिखाकर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में फ्री में आने-जाने की सुविधा देने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अभ्यर्थियों से दुबारा परीक्षा के लिए कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
सीएम योगी ने यह बातें रविवार को देवरिया में 200 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में चार लाख से अधिक भर्ती निष्पक्ष तरीके से की गई हैं और आगे भी यह व्यवस्था जारी रखेंगे।
नौकरी हो या कोई भी टेस्ट, पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से आगे बढ़ना चाहिए। आज सुबह जब मुझे समाचार मिला कि टीईटी का पेपर था। एक गिरोह ने कहीं से पेपर लीक कर दिया है तो हमने कहा कि पूरे पेपर को अभी निरस्त करो। पूरे गिरोह को गिरफ्तार करो। उन सभी बच्चों को सकुशल उनके घर तक पहुंचाओ।
सीएम योगी ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि एक महीने के अंदर पारदर्शी तरीके से फिर से परीक्षा आयोजित करो। किसी भी बच्चे से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेंगे।
उनके आने जाने की फ्री में व्यवस्था देंगे या उन बच्चों का जो आई कार्ड होगा, उत्तर प्रदेश परिवहन की बसों में फ्री में आने जाने की सुविधा मिलेगी। लेकिन जिन लोगों ने यह शरारत की है, वह भी सुन लें कि उनके खिलाफ गैंगेस्टर के तहत मुकदमा दर्ज हो रहा है। उनकी संपत्ति को जब्त कराने और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्यवाही होगी।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं के जीवन के साथ कोई खिलवाड़ करेगा, तो उसे सोच लेना चाहिए कि उसके साथ क्या होगा? उत्तर प्रदेश के युवाओं के साथ किसी को भी खिलवाड़ करने की छूट नहीं देंगे।
अच्छी कानून व्यवस्था के कारण प्रदेश में हर नौजवान के लिए नौकरी की संभावना को आगे बढ़ाकर एक करोड़ 61 लाख से अधिक नौजवानों को नौकरी और रोजगार की सुविधा दी गई। एक जनपद, एक उत्पाद और विश्वकर्मा श्रम सम्मान के माध्यम से स्वत: रोजगार के साथ 60 लाख से अधिक लोगों को जोड़ने का कार्य हुआ।