श्रीलंका जेल में बंद भारत के 22 मछुआरे, सीएम स्टालिन ने विदेश मंत्री को पत्र लिखकर की रिहाई की मांग
तमिलनाडु के 22 मछुवारे श्रीलंका में गिरफ्तार किए गए हैं, साथ ही उनकी तीन नाव भी जब्त की ली गई हैं। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र से मछुआरों की रिहाई और नौका वापस कराने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर श्रीलंका द्वारा ‘गिरफ्तारी और धमकी की घटनाओं’ के कारण मछुआरों की आजीविका के निरंतर नुकसान का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 22 जून को रामेश्वरम मछली पकड़ने के बंदरगाह से 22 मछुआरों को उनकी तीन मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नौकाओं के साथ द्वीप राष्ट्र द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने अब तक गिरफ्तार किए गए सभी मछुआरों और उनकी नौकाओं की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा, “मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि पकड़े गए मछुआरों और उनकी नावों की तत्काल रिहाई सुनिश्चित की जाए। मैं यह भी बताना चाहूंगा कि श्रीलंका से रिहा की गई नावों को वापस लाने के लिए बचाव नौकाओं और चालक दल को अभी अनुमति नहीं दी गई है।
साथ ही श्रीलंका में जेल में बंद मछुआरों से मिलने, उन्हें कुछ सांत्वना और कुछ बुनियादी ज़रूरतें प्रदान करने के लिए तमिलनाडु के विभिन्न मछुआरा संघों के अनुरोधों पर सक्रिय रूप से विचार किया जा सकता है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस मुद्दे को हल करने के लिए गठित संयुक्त कार्य समूह को ‘पुनर्जीवित’ करने की आवश्यकता पर जोर देते रहे हैं। उन्होंने कहा, “इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इसे श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ उठाएं और इस मुद्दे के स्थायी समाधान की दिशा में काम करें।”