पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प, जानिए पूरा मामला

पश्चिम बंगाल के बालुरघाट में सोमवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। भाजपा ने पुलिस पर पार्टी विधायकों को धक्का देने का आरोप लगाया।

बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “हमारे कार्यकर्ता शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे थे, उनकी पिटाई की जा रही है। पुलिस, टीएमसी के लिए कैडर की भूमिका निभा रही है। उन्होंने विधायकों को भी धक्का दिया। यह लोकतंत्र के खिलाफ है।”

दरअसल, बंगाल में रविवार को 107 नगरपालिकाओं के लिए हुए चुनाव में हिंसा और अनियमितता के मामले सामने आए थे। भाजपा ने इस चुनावी प्रक्रिया को ‘लोकतंत्र का मजाक’ करार दिया और हिंसा के विरोध में सोमवार को 12 घंटे बंद का बुलाया है। तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि विपक्षी दल हार को भांपते हुए बहाने खोजने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रदेश भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ”रविवार को जो हुआ, वह मतदान नहीं बल्कि लोकतंत्र का मजाक था।” उन्होंने कहा कि दक्षिण से उत्तर बंगाल की हर नगरपालिका में सत्ताधारी दल के गुंडों द्वारा चुनावों को तमाशा बना दिया गया, इसलिए सोमवार को इसके विरोध में 12 घंटे के बंगाल बंद का आह्वान किया गया है।

वहीं, भाजपा की बंगाल यूनिट ने राज्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर इन क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की पूरी तरह से विफलता का हवाला देते हुए चुनावों को अमान्य घोषित करने की मांग की। पत्र में कहा गया, “जैसा कि आप जानते हैं, पश्चिम बंगाल ने 27 फरवरी, 2022 को मतदान करने वाली सभी 108 नगरपालिकाओं में अभूतपूर्व हिंसा, हमले, आगजनी और कानून और व्यवस्था तंत्र की पूर्ण विफलता देखी। हिंसा को गुंडों, असामाजिक और द्वारा फैलाया गया था। इन चुनावों को अमान्य घोषित किया जाए।”

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