यूपी में बसपा को लगा तगड़ा झटका, सांसद दानिश अली ने थामा कांग्रेस का हाथ
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी में बहुजन समाज पार्टी और जम्मू-कश्मीर में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। यूपी के अमरोहा से बसपा के सांसद दानिश अली बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वहीं जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता लाल सिंह ने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया। दोनों को ही दिल्ली में पवन खेड़ा ने पार्टी में शामिल कराया।
उधर, अमरोहा लोकसभा सीट पर कांग्रेस को लेकर सभी की नजरें लगी हुई हैं। अब तक बसपा और भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। कांग्रेस अभी तक किसी उम्मीदवार का नाम फाइनल नहीं कर सकी है। इसी बीच बुधवार को सांसद दानिश अली ने कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय पर सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके साथ ही उनके प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं।
बता दें कि 2019 में सांसद दानिश अली गठबंधन के तहत बसपा से चुनाव लड़े। यहां उन्होंने जीत हासिल की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के प्रति उनका प्रेम लगातार बढ़ा था। जिसके बाद नौ दिसंबर 2023 को बसपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। तब कयास लगाए जा रहे थे कि वह कांग्रेस से प्रत्याशी हो सकते हैं। इस बीच वह कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल गांधी के साथ उनकी कार में नजर आए। वहीं, लगातार कांग्रेस के प्रति बढ़ रही सक्रियता को देखते हुए पार्टी के प्रदेश महासचिव ने लोकसभा चुनाव में दावेदारी जताई थी।
प्रेसवार्ता करते हुए एलान किया था कि यदि दानिश को टिकट होता है तो वह चुनाव नहीं लड़ाऐंगे। हालांकि, उसके बाद से कांग्रेस के टिकट को लेकर असमंजस बना हुआ है। बता दें कि यह सीट सपा से गठबंधन के बाद कांग्रेस के खाते में गई थी। अमरोहा सीट से भाजपा ने कंवर सिंह तंवर तो बसपा ने भी डॉ. जाहिद हुसैन के रूप में अपना प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।
लगातार चर्चा में रहे दानिश अली
बसपा ने दिसंबर 2023 को अमरोहा सांसद दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया था। संसद में दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी की ओर से संसद में अमर्यादित टिप्पणी किए जाने के बाद बसपा सांसद दानिश अली चर्चाओं में आए थे। इसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ था। इस प्रकरण के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दानिश के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी। तब से ही दानिश और कांग्रेस के बीच नजदीकी बढ़ने लगी थी। इस बढ़ती नजदीकी के कारण ही बसपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। इसके बाद उन्होंने बुधवार को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली है।