अर्जुन एरिगेसी को शारजाह मास्टर्स में मिली वरीयता, 19 भारतीय मैदान में…
ग्रैंडमास्टर और दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी एरिगेसी अर्जुन शारजाह मास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट में शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी के तौर पर भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे। दुनिया के सबसे कड़े ओपन टूर्नामेंट में से एक शारजाह मास्टर्स में 19 भारतीय ग्रैंडमास्टर भाग लेंगे। एसएल नारायणन भारत के दूसरे सबसे ज्यादा रेटिंग वाले खिलाड़ी हैं जबकि उनके बाद निहाल सरीन का नंबर आता है। नौ दौर के इस टूर्नामेंट के विजेता को 12 हजार डॉलर मिलेंगे।
रेपिड एवं ब्लिट्ज टूर्नामेंट में पांचवें स्थान पर रहे थे अर्जुन
अर्जुन वारसॉ से सीधे यहां पहुंचे हैं जहां उन्होंने सुपरबेट रेपिड एवं ब्लिट्ज टूर्नामेंट में कुल पांचवां स्थान हासिल किया। शीर्ष 10 में शामिल खिलाड़ी आम तौर पर ओपन टूर्नामेंट में नहीं खेलते। शीर्ष खिलाड़ियों के ओपन टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा से बचने का कारण उनकी रेटिंग के लिए बड़ा जोखिम है लेकिन अर्जुन ओपन टूर्नामेंट से अंक जुटाकर नए मानक तय कर रहे हैं। टूर्नामेंट में 2700 ईएलओ रेटिंग से ऊपर के नौ खिलाड़ी मैदान में हैं। अर्जुन दूसरी वरीयता प्राप्त ईरान के परहम माघसूदलू से 29 अंक आगे हैं।
दुबई पुलिस चैलेंज में भारतीयों का रहा दबदबा
यह टूर्नामेंट दुबई पुलिस वैश्विक शतरंज चैलेंज के ठीक बाद आयोजित किया गया है जिसमें भारतीयों का दबदबा था। वी प्रणव विजेता रहे और उन्हें 16,500 अमेरिकी डॉलर मिले। इस स्तर के अंतरराष्ट्रीय ओपन टूर्नामेंट में पहली बार शीर्ष तीन पुरस्कार भारतीयों ने जीते। अरविंद चिदंबरम दूसरे और एम प्राणेश तीसरे स्थान पर रहे। चिदंबरम दो बार के राष्ट्रीय चैंपियन हैं और लगातार प्रगति कर रहे हैं। चेन्नई के इस खिलाड़ी ने अपने करियर में पहली बार विश्व रैंकिंग के शीर्ष-50 में जगह बनाई है।
निहाल सरीन से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद
निहाल सरीन तब विवादों में घिर गए थे जब ऑनलाइन ब्लिट्ज बाजियों में उनके शानदार नतीजों के कारण रूस के महान व्लादिमीर क्रैमनिक ने उन पर परोक्ष रूप से ऑनलाइन धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। सरीन को भी इस टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। अभिजीत गुप्ता पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन हैं और उन्होंने विभिन्न महाद्वीपों में टूर्नामेंट जीते हैं। वह कई लोगों के लिए एक खतरनाक प्रतिद्वंद्वी साबित हो सकते हैं लेकिन पिछले कुछ वर्षों में प्रदर्शन में निरंतरता की कमी उनके लिए एक समस्या रही है। प्रतियोगिता में कुल 88 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं जिसमें 19 भारतीय हैं।