आम चुनाव में धांधली के आरोपों पर अमेरिका ने की जांच की मांग, बोले- यह निष्पक्ष लोकतंत्र के लिए अहम
पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव हुए थे। जिसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। तमाम संगठनों का आरोप है कि चुनावों में धांधली की गई। इस बीच, अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान आम चुनाव में हस्तक्षेप और धोखाधड़ी के दावों की जांच होनी चाहिए। अमेरिका ने चुनावी धांधली के आरोपों के बीच कहा कि पाकिस्तान के कानूनों के तहत पारदर्शी जांच निष्पक्ष लोकतंत्र के लिए जरूरी है।
चुनावी धांधली की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए- अमेरिका
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को रावलपिंडी के पूर्व आयुक्त लियाकत अली द्वारा लगाए गए धांधली के आरोपों के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की। 17 फरवरी को वरिष्ठ पाकिस्तानी नौकरशाह ने आरोप लगाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त और मुख्य न्यायाधीश आठ फरवरी के चुनावों में चुनाव धांधली में शामिल थे। इन आरोपों के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। लियाकत अली ने कहा कि जो उम्मीदवार चुनाव हार रहे थे, उन्हें जीता हुआ घोषित किया गया।
वैसे पाकिस्तान का अंदरुनी मामला, लेकिन जांच जरूरी- मिलर
जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों को बड़ा जनादेश मिला था। मिलर ने कहा कि वैसे हम पाकिस्तान के आंतरिक मामले में नहीं पड़ना चाहते हैं। लेकिन निष्पक्ष लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान में चुनावी धांधली की जांच की जानी चाहिए।
उन्होंने नकदी संकट से जूझ रहे देश में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’को नियंत्रित किए जाने को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, अमेरिका दुनियाभर में इंटरनेट पर पूरी आजादी देखना चाहता है। जिसमें लोगों का एक-दूसरे संवाद के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्लेटफॉर्म की उपलब्धता भी शामिल है।