अखिलेश यादव ने पाकिस्तान को बताया ऐसा, बना चुनावी मुद्दा

देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर अखिलेश यादव के बयान के बाद यूपी की सियासत में ‘गन्ना बनाम जिन्ना’ के बाद अब पाकिस्तान की भी एंट्री हो गई है।

जिन्ना की तरह ही नया विवाद भी समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष की ओर से दिए गए बयान के बाद शुरू हुआ है। एक इंटरव्यू में ‘पाकिस्तान भारत का असली दुश्मन नहीं’ बोलकर अखिलेश यादव ने मौके की ताक में बैठी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को नया हथियार दे दिया है। बीजेपी ने मुद्दे को लपकते हुए सपा पर जोरदार पलटवार किया और उनसे माफी की मांग की है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी अखिलेश के इस बयान के सहारे वह मोड़ दे सकती है, जिसमें उसे महारत हासिल है। अखिलेश के इस बयान को ‘हिटविकेट’ वाला शॉट भी बताया जा रहा है।

दिए इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने वह बयान दिया जिस पर बीजेपी आगबबूला हो गई है। सपा अध्यक्ष से भारत में चीनी निवेश पर विचार मांगा गया था। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ”डॉ. राममनोहर लोहिया और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का इस पर विचार स्पष्ट है। हमारा असली दुश्मन चीन है। पाकिस्तान हमारा राजनीतिक दुश्मन है। लेकिन बीजेपी केवल वोट राजनीति की वजह से पाकिस्तान को निशाना बनाती है। लोकसभा में केवल समाजवादी पार्टी ने यह सवाल उठाया कि विधानसभा में पीओके की 24 सीटों पर सदस्य कब होंगे तब गृहमंत्री ने कहा था कि हम अक्साई चिन तक पहुंचेंगे।

अब हम सुन रहे हैं कि गलवान में क्या हो रहा है। वह हमारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, हमारे कारोबार पर अतिक्रमण कर रहे हैं। भारत सरकार को इस पर सोचना चाहिए और विपक्षी दलों से बात करनी चाहिए। निवेश के मोर्चे पर हम चीन के साथ कारोबार को मजबूर हैं। यह एक मुश्किल स्थिति है जहां हमें अपने सबसे बड़े दुश्मन के साथ व्यापार करना पड़ रहा है। हमें अपनी इंडस्ट्रीी को मजबूत करना होगा। बिजनेस के साथ फौज भी चलती है।”

अखिलेश का बयान अखबार में छपा तो बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाने में देर नहीं की। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अखिलेश यादव पर जोरदार पलटवार किया।

संबित पात्रा ने कहा, ”एक तरफ जहां पूरा देश उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस मना रहा है। वहीं अखिलेश यादव ने एक साक्षात्कार में कहा कि पाकिस्तान भारत का असली दुश्मन नहीं है। अखिलेश यादव का कहना कि वह पाकिस्तान को भारत का असली दुश्मन नहीं मानते और बीजेपी केवल वोट की राजनीति की वजह से पाकिस्तान को दुश्मन मानती है। दुखद, चिंताजनक और शर्मनाक।

तुरंत अखिलेश यादव को इस पर माफी मांगनी चाहिए।” बीजेपी प्रवक्ता ने पूछा अखिलेश जी क्या कश्मीर के बंधु हमारे भाई नहीं? जिन कश्मीर के बंधुओं पर रोज पाकिस्तान की गोली चलती है। गोलाबारी होती है और निहत्थे लोग निर्दोष लोग पाकिस्तान की ओर से भेजे आतंकी द्वारा मारे जाते हैं।

हर समय जिस तरह पाकिस्तान साजिश के तहत आतंकी हमले करता है, क्या भारत का दुश्मन पाकिस्तान नहीं है। आपका यह कहना कि भारत का असली दुश्मन पाकिस्तान नहीं है, यह तो बीजेपी दुश्मन बना रही है। जिन्ना से जो करे प्यार वह पाकिस्तान से कैसे करे इनकार। जिन्ना का रट लगाते हुए इस चुनाव में अखिलेश यादव उतरे थे और आज एक पायदान ऊपर पाकिस्तान तक पहुंच गए।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी को वह मुद्दा मिल चुका है, जिसकी बदौलत वह किसी चुनाव का रुख अपनी ओर मोड़ने में महारत रखती है। अब तक पीएम मोदी या केंद्र सरकार के खिलाफ बोलने से बचते रहे अखिलेश यादव ने पाकिस्तान का नाम लेकर बीजेपी को वह मौका दे दिया है कि वह अब स्थानीय मुद्दों से ध्यान हटाकर आसानी से राष्ट्रीय मुद्दों की ओर ले जाए, जो उसके लिए अधिक मुफीद होगा।

वरिष्ठ पत्रकार गोविंद पंत राजू से जब लाइव हिन्दुस्तान ने पूछा कि क्या अखिलेश ने बीजेपी को फेवरिट मुद्दा दे दिया है? तो उन्होंने कहा, ”हां, बिल्कुल अखिलेश यादव ऐसी गलतियां कर रहे हैं, जिन्ना का मुद्दा भी उनके खिलाफ जा रहा था। एक बार फिर उन्होंने ऐसा मुद्दा दिया है जिससे ध्रुवीककरण तेज होगी और उनके इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है।

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