AI बेस्ड चैटबॉट ChatGPT कभी नहीं ले सकता इंसान की जगह, नहीं दे पाया इस आसान सवाल का जवाब

 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  बेस्ड चैटबॉट ChatGPT लॉन्चिंग के बाद से चर्चाओं में बना हुआ है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड चैटबॉट आए दिन कोई न कोई नया कारनामा कर रहा है.

उद्योगों को खत्म कर सकता है और लोगों के बीच नौकरी की सुरक्षा का डर पैदा कर देगा.  कुछ लोग इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. जो कि कई बार ठीक भी लगता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कभी भी इंसान की जगह नहीं ले सकता है.

 ChatGPT कभी इंसान के ऊपर हावी नहीं होगा और न ही वह रिसर्च एनालिस्ट की जगह ले सकेगा. हम ऐसा लिए कह रहे, क्योंकि हाल ही में एक यूजर्स ने ChatGPT से Laurus और Divis Labs के बीच तुलना करने को कहा, जिसके बाद ChatGPT ने दो फार्मा शेयरों की तुलना करने से इनकार कर दिया और हम पर फैसला छोड़ दिया कि आपको किस कंपनी में निवेश करना है.

चैटजीपीटी प्रोग्रामर्स द्वारा स्टॉक स्पेसिफिक रेकेमंडेशन में न हो या शायद उनकी प्रोग्रामिंग की सीमा के बाहर हो. ChatGPT ने यह यूजर्स के ऊपर छोड़ दिया गया है कि वह खुद इसका पता लगाएं कि इन दोनों में से कौन सा फार्मा स्टॉक मौजूदा समय में निवेश के लिए बेहतर है.

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