झांसी स्टेशन का नाम बदले जाने के बाद बीजेपी में मचा सियासी घमासान , जाने अब क्या होगा…
झांसी स्टेशन का नाम बदले जाने के बाद बीजेपी में सियासी घमासान मचा है. केंद्र और झांसी के नेता म्यान से तलवार निकालकर आमने-सामने हैं. जिस दिन से नाम बदला है नगर की गली कूचे में पुराने नाम वापसी को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. बुंदेलखंड के लोगों का इस स्टेशन से नाता है. आसपास के सभी जिलों के लोग यहां से सफर करते हैं. स्थानीय सांसद और विधायक ने बढ़ता विरोध भांपकर मुख्यमंत्री और रेल मंत्री को लिखे पत्र में झांसी नाम जोड़ने की अपील की है.
वहीं सांसद बृजलाल ने बीजेपी के स्थानीय कार्यक्रम में कहा कि नाम ठीक बदला है. बीजेपी सरकार ने झांसी स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन रख दिया है. जिस दिन से नाम बदला है शहर में भाजपा सरकार के खिलाफ जनाक्रोश है.
झांसी स्टेशन का नाम बदल जाने से नाराज पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य कांग्रेसियों के साथ स्टेशन जा पहुंचे और उन्होंने फिर से झांसी लिख दिया. इसके बाद से किरकिरी होती देख क्षेत्रीय सांसद अनुराग शर्मा ने मुख्यमंत्री और रेल मंत्री को पत्र लिखा. सदर विधायक रवि शर्मा ने रेलमंत्री को पत्र लिखा.
सबसे ज्यादा विरोध झांसी के व्यापारी कर रहे हैं. व्यापारी ही गली-गली जाकर हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं. झांसी के व्यापारी बाजारों से लेकर घर घर जाकर हस्ताक्षर अभियान का कैंपेन चला रहे हैं.आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बेबस लाचार भाजपाई बगले झांकते नजर आ रहे हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा जो काम अंग्रेज नहीं कर पाए वह मोदी जी ने करा दिया. जब भी झांसी का नाम लिया जाता है तो रानी का नाम भी लिया जाता है और रानी का नाम लिया जाता है तो झांसी का नाम भी लिया जाता है.
रानी का वह उद्घोष “मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी” दुनिया में प्रसिद्ध है. सरकार को नींद से जगाने के लिए हमने शिलापट पर झांसी का नाम लिख दिया है. रानी से इतनी हमदर्दी है तो रानी की तलवार मध्यप्रदेश में है उसे झांसी को सौंप दें. इस नाम को संशोधित कर वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम के आगे झांसी अवश्य लिखा जाए. यह झांसी की रानी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
व्यापारी नेता संतोष साहू ने कहा झांसी के नाम से जो छेड़छाड़ की गई उसके विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. इस आंदोलन को लेकर हम लोग प्रधानमंत्री कार्यालय तक जाएंगे. झांसी का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई के पहले होना चाहिए.
झांसी वासियों को स्टेशन से झांसी शब्द हटाए जाने को लेकर ऐतराज है सांसद अनुराग शर्मा ने रेल मंत्री सुनील वैष्णव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र में लिखा कि झांसी स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई करने से क्षेत्र की जनता को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन झांसी शब्दकोश में से हटा दिया गया है इस निर्णय से लोग नाराज हैं. व्यापारी और भाजपा के प्रतिनिधियों ने मांग उठाई के स्टेशन के नाम को वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी कर दिया जाए.
इस मामले में झांसी-ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा का कहना है कि मैंने रेलवे मंत्रालय और मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है. रेलवे मंत्रालय से बात भी हो चुकी है. त्रुटि हो गई थी, उसे ठीक कराने के लिए बोला गया है. बीजेपी सांसद बृजलाल से स्टेशन के नाम को लेकर बात की गई तो उन्होंने भी माना कि झांसी नाम जुड़ना चाहिए. सांसद बृजलाल ने कहा झांसी स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई रखा गया है यह गौरवान्वित करने वाली बात है। वो झांसी की रानी थीं.
वीरांगना लक्ष्मीबाई के साथ झांसी का नाम भी जोड़ना चाहिए. इस मामले में झांसी सांसद अनुराग शर्मा ने कहा कि जल्दी ही वीरांगना लक्ष्मीबाई नाम में झांसी का नाम जुड़ जायेगा. हालांकि बीते दिन एक कार्यक्रम में आए बीजेपी सांसद बृजलाल ने कहा कि झांसी स्टेशन का नाम ठीक बदल गया है.