आखिर क्या हैं विदेशी अखबार में छपे मोदी सरकार विरोधी विज्ञापन का सच ? जिसमे निर्मला सीतारण को बताया-“वांटेड”
अमेरिका के एक प्रमुख समाचार पत्र वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपा एक विज्ञापन इन दिनों विवादों में है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सलाहकार कंचन गुप्ता ने कहा, यह भारत की संप्रभुता के खिलाफ…एक अभियान है।
इस विज्ञापन में भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित 10 वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को विदेशी निवेशकों का विरोधी करार देते हुए इन्हें वांटेड बताया गया है। इस विज्ञापन से भारत में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के विज्ञापन में 11 लोगों को नरेंद्र मोदी का ‘मैग्निट्स्की 11’ करार दिया गया है। इस विज्ञापन में उन पर निवेशकों के लिए भारत को असुरक्षित बनाने का आरोप लगाया है। इस आरोपी का नाम है- रामचंद्रन विश्वनाथन।
13 अक्टूबर को प्रकाशित इस विज्ञापन में निर्मला सीतारमण के अलावा एंट्रिक्स कॉर्प के चेयरमैन राकेश शशिभूषण, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, सुप्रीम कोर्ट के जज हेमंत गुप्ता, वी रामसुब्रमण्यम, स्पेशल पीसी (भ्रष्टाचार निवारण) एक्ट जज चंद्रशेखर, सीबीआई डीएसपी आशीष पारीक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशक संजय कुमार मिश्रा और अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एन वेंकटरमन का नाम है।
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने एक भारत विरोधी विज्ञापन छापा है। इस विज्ञापन में भारत पर निशाना साधते हुए उसे निवेश करने के लिए असुरक्षित स्थान कहा गया है। पहले पेज पर पब्लिश हुआ ये विज्ञापन एक संगठन की तरफ से दिया गया है और इसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत 14 लोगों के नाम दिए गए हैं।