38 साल बाद हल्द्वानी पहुंचेगा शहीद लांसनायक चंद्रशेखर का पार्थिव शरीर, एक झलक के इंतजार में परिजन

38 साल पहले सियाचिन में शहीद हुए उत्तराखंड निवासी लांसनायक चन्द्रशेखर हर्बोला का पार्थिव शरीर आज हल्द्वानी पहुंचना था। पार्थिव शरीर मिलने की सूचना से परिजनों के जख्म एक बार फिर हरे हो गए। अब शहीद का पार्थिव शरीर आज घर नहीं पहुंचेगा।

 मौसम खराब होने की वजह से पार्थिव शरीर नहीं ला पा रहे हैं। बुधवार को पार्थिव शरीर लाया जा सके। सीएम धामी का भी अल्मोड़ा पहुंचने का कार्यक्रम निरस्त हो गया है।शहीद का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर किया जाएगा।

एसडीएम मनीष कुमार सिंह ने बताया कि प्रशासन सेना और उनके परिवार के लगातार संपर्क में है। बताया कि उनके परिवार के हल्द्वानी स्थित आवास में जाकर परिजनों से बात की गई है और ढांढस बंधाया गया।
29 मई को भारी हिमस्खलन से पूरी बटालियन दब गई थी, जिसके बाद उन्हें शहीद घोषित कर दिया गया था। उस समय लांसनायक चंद्रशेखर की उम्र 28 साल थी। शनिवार रात शहीद की पत्नी शांति देवी को फोन से जानकारी मिली कि शहीद लांसनायक चंद्रशेखर का पार्थिव शरीर ग्लेशियर से बरामद हुआ है।

 

Related Articles

Back to top button