खतरे के निशान के पास पहुंचकर स्थिर हुईं गंगा, यमुना की रफ्तार भी थमी, एनडीआरएफ की टीम मुस्तैद
प्रयागराज: सोमवार को भी गंगा और यमुना के जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी रही, हालांकि दोपहर 12 बजे की बुलेटिन के अनुसार गंगा फिलहाल स्थिर हो गई हैं। साथ ही यमुना की रफ्तार भी थम गई है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की बुलेटिन के अनुसार फाफामऊ में गंगा 84.07 मीटर, छतनाग में में 83.41 मीटर पर बह रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर नैनी में 83.91 मीटर रिकॉर्ड किया गया। 24 घंटे में गंगा में 21 और यमुना में 39 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। डेंजर लेबल 84.734 मीटर है।
इस हफ्ते हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश हुई तो गंगा और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया। शुक्रवार सुबह फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 79.58 मीटर था, छतनाग में 78.10 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 79.35 मीटर था। शनिवार को गंगा उफान पर आ गई। इससे संगम क्षेत्र डूब गया। किला की दीवार से होते हुए बांध के नीचे पानी भर गया। रात आठ बजे तक छतनाग में गंगा का जलस्तर 4.51 मीटर बढ़कर 82.61 मीटर हो गया है।
इसके बाद यमुना में तेजी से पानी बढ़ा। इसकी सहायक नदियां चंबल, केन और बेतवा भी उफान पर हैं। कई जिलों से होते हुए प्रयागराज में पानी पहुंचा तो वह बाढ़ का रूप ले लिया। यमुना के सापेक्ष शुक्रवार को गंगा का पानी धीमी गति से बढ़ा। यमुना का वेग इतना तेज था कि रात तक लेटे हनुमानजी डूब गए।सुबह तक मंदिर परिसर में कमर तक पानी भर गया।