क्या चावल खाने से वजन बढ़ता है? जानिए क्या है सच और इसका स्वास्थ्य पर असर
चावल भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे देश के अलग-अलग राज्यों में विभिन्न प्रकार से खाया जाता है। लेकिन चावल के सेवन को लेकर लोगों का मानना है कि चावल के सेवन से वजन बढ़ता है। मोटापा कम करने या वजन नियंत्रित रखने के लिए अक्सर लोग चावल खाना छोड़ देते हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सच में चावल के सेवन से मोटापा बढ़ता है? इसके अलावा चावल का हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर हो सकता है? क्या इसका सेवन फायदेमंद होता है या नुकसानदायक होता है। अगर आप भी वजन कम करने के लिए चावल नहीं खाते हैं या कम खाते हैं तो इस लेख में चावल के सेवन से जुड़ी सही जानकारी दी गई है।
क्या चावल खाने से वजन बढ़ता है?
चावल में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो ऊर्जा का प्रमुख स्रोत हैं। सफेद चावल (रिफाइंड चावल) में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा अधिक होती है और फाइबर की मात्रा कम। इसलिए, सफेद चावल का अधिक सेवन करने से वजन बढ़ सकता है, खासकर यदि आप एक निष्क्रिय जीवनशैली जीते हैं या कैलोरी की खपत अधिक है।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि चावल स्वयं वजन बढ़ाने का कारण नहीं होता, बल्कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे किस मात्रा में और किस तरीके से खा रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, सीमित मात्रा में चावल के सेवन से वजन नहीं बढ़ता है। इससे शरीर में फैट की मात्रा नहीं बढ़ती है।
चावल के सेवन का सही तरीका
सफेद चावल की तुलना में ब्राउन राइस में अधिक फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते है। ये धीरे धीरे पचता है जिससे लंबे समय तक भूख नहीं लगती और वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
चावल की मात्रा
सीमित मात्रा में चावल का सेवन करना चाहिए। एक सामान्य वयस्क के लिए एक बार में 1 से डेढ कटोरी चावल पर्याप्त होता है।
चावल के साथ आहार
चावल को दाल, सब्जियों, सलाद या दही के साथ खाना चाहिए। ये मिश्रण आपके भोजन को संतुलित बनाता है। हालांकि फ्राइड चावल या अधिक तेल वाले चावल के सेवन से बचें। इससे कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है।
चावल के सेवन का सही समय
चावल खाने का सबसे अच्छा समय दोपहर का भोजन माना जाता है। इस समय शरीर की पाचन शक्ति अधिक होती है और दिनभर में चावल से प्राप्त ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं। अगर आप रात में चावल खाते हैं तो इसे हल्के रूप में खाएं और मात्रा सीमित रखें। रात में शरीर की मेटाबाॅलिज्म दर कम होने से चावल पचने में अधिक समय लग सकता है।