‘दर्शक आपको सिनेमाघरों में देखने नहीं आ रहे हैं’, एक्टर्स की बढ़ती फीस पर अनिल शर्मा की दोटूक

फिल्म निर्देशक अनिल शर्मा ने साल 2001 में फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ का निर्देशन किया, जो कि ब्लॉकबस्टर रही। इसके बाद वह फिल्म का सीक्वल ‘गदर 2’ लेकर आए, जो फैंस को काफी पसंद आई थी। अब हाल ही में, निर्देशक ने एक्टर्स की बढ़ती फीस को लेकर तंज किया है और बताया है कि अभिनेता अपनी फीस तब बढ़ाते हैं, जब सिनेमाघरों में उनकी फिल्में नहीं चलती हैं।

कलाकारों की फीस पर अनिल शर्मा की दोटूक
अनिल शर्मा ने अपने हालिया इंटरव्यू में कहा, “अभिनेता अपनी फीस बढ़ाने की हिम्मत तब करते हैं, जब उनकी फिल्में सिनेमाघरों में भी नहीं चल रही होती हैं। एक्टर्स की इतनी वैल्यू ही नहीं रह गई कि अब पब्लिक उन्हें देखने आए।” अनिल शर्मा आगे कहते हैं, “अब बहुत कम एक्टर्स बचे हैं, जिनकी फैंस के बीच वैल्यू है।”

आज के कलाकारों को अनिल शर्मा ने दिखाया आइना
अनिल ने आगे साउथ फिल्म इंडस्ट्री का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी फिल्में 4-5 दिन पहले ही हाउसफुल हो जाती हैं। समय चला गया जब हम धर्मेंद्र और कई अन्य लोगों के साथ फिल्में बनाते थे, और एक सप्ताह पहले टिकट बुक हो जाते थे। अब ऐसा नहीं होता है। दर्शक आपको सिनेमाघरों में देखने नहीं आ रहे हैं। ओटीटी पर आपको मजबूरी में देखती हैं, वो भी 25 में से 2 फिल्में देख ली तो देख ली। आपको यह भी नहीं पता कि आपकी फिल्म फ्लॉप है या हिट। आप खुद ही उस पर अपनी छाप छोड़ देते हैं और अपनी दुनिया में जीते हैं।”

आज की पीढ़ी पर अनिल शर्मा का तंज
इसके अलावा, अनिल ने इंडस्ट्री की बिगड़ती स्थिति के लिए आज की जनरेशन की आलोचना भी की है, उनका मानना है कि आजकल अभिनेता केवल सोशल मीडिया के लिए काम कर रहे हैं। वे कहते हैं, “या तो वे इंस्टाग्राम से कमा रहे हैं या विज्ञापन से। सिनेमा से उन्हें कुछ नहीं मिल रहा है क्योंकि उन्हें जनता देखने ही नहीं आ रही है। यह एक कड़वी सच्चाई है,” उन्होंने आगे कहा, “मुंबई में 3-4 हीरो के अलावा, किसी के पास शनिवार या रविवार को भी अपनी फिल्मों को हाउसफुल कराने की ताकत नहीं है।

Related Articles

Back to top button