यूपी : सीएम योगी ने 12.17 लाख छात्र-छात्राओं के खाते में ट्रांसफर की स्कॉलरशिप, फिर पूछा ये सवाल
उत्तर प्रदेश के 12.17 लाख छात्र-छात्राओं के खाते में गुरुवार को 458 करोड़ रुपए की धनराशि बतौर स्कॉलरशिप ट्रांसफर की गई। इस मौके पर सीएम योगी ने अलग-अलग जिलों के छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया।
संवाद के दौरान सीएम योगी ने छात्र-छात्राओं से अभिभावक की तरह बात की। उन्होंने बारी-बारी सबसे पूछा कि स्कॉलरशिप के रुपयों को क्या करते हैं। इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं। ऐसा तो नहीं कि स्कॉलरशिप को पॉकेटमनी मान शॉपिंग या सिनेमा देखने पर खर्च कर देते और फिर पढ़ाई के खर्च के लिए माता-पिता को परेशान करते हैं?
सीएम के सवालों पर छात्र-छात्राओं ने उन्हें बताया कि स्कॉलरशिप से उन्हें अपनी पढ़ाई में बड़ी मदद मिल रही है। सीएम योगी ने कहा कि अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने स्कॉलरशिप पाने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई दी और कहा कि पूर्व की सरकारों ने राजनीतिक प्रतिशोध के तहत छात्र-छात्राओं से भी भेदभाव किया। अनुसूचित जाति-जनजाति के बच्चों को स्कॉलरशिप ही नहीं भेजी। उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप से बच्चों को पढ़ाई में काफी मदद मिलती है।
12.17 लाख छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप दिए जाने के साथ ही स्कॉलरशिप वितरण का पहला चरण पूरा हो गया है। इसके बाद दूसरे चरण में बचे हुए छात्र-छात्राओं को दिसंबर अंत में स्कॉलरशिप दी जाएगी।
यूपी सरकार हर वर्ष करीब 56 लाख से अधिक गरीब परिवारों के छात्र-छात्राओं को दशमोत्तर छात्रवृत्ति, शुल्क प्रतिपूर्ति और पूर्व दशम स्कॉलरशिप योजना का लाभ प्रदान करती है।
वैसे हर साल स्कॉलरशिप वितरण कार्यक्रम दो अक्टूबर और 26 जनवरी को होता है लेकिन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार की कोशिश है कि दिसंबर तक सभी छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप मिल जाए। सरकार इस साल दो अक्टूबर को पहले चरण की स्कॉलरशिप वितरित कर चुकी है।
इसमें करीब डेढ़ लाख छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई थी। मुख्यमंत्री ने 30 नवंबर तक बचे हुए छात्रों को भी सारी छात्रवृत्ति देने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत 12.17 लाख और छात्र-छात्राओं को गुरुवार को मुख्यमंत्री ने लखनऊ 5 कालीदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास स्कॉलरशिप ऑनलाइन ट्रांसफर की।