गोली चलाने वाले आदित्य का रिसॉर्ट ध्वस्त, राजीव राना समेत छह आरोपी भेजे गए जेल
बरेली के पीलीभीत बाइपास पर 22 जून को हुई फायरिंग के मामले में शुक्रवार को फिर बुलडोजर गरजा। इस बार उसका रुख दूसरे गुट की संपत्तियों की ओर रहा। मार्बल कारोबारी आदित्य उपाध्याय के डोहरा रोड पर बने आलीशान सांवरिया रिसॉर्ट को ध्वस्त कर दिया गया। उधर, राजीव राना के दूसरे सिटी स्टार होटल व उसके साझीदार चांद मियां के सीके वैली होटल को सील कर दिया गया। राना, उसके दो बेटों व दो भाइयों समेत छह लोगों को जेल भेज दिया। बृहस्पतिवार को राजीव राना का घर, दफ्तर और सिटी स्टार होटल को अवैध बताते हुए बीडीए की टीम ने ढहा दिया था। शुक्रवार सुबह कार्रवाई दोबारा शुरू हुई।
बीडीए वीसी व सीओ तृतीय के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस व पीएसी संजयनगर रोड स्थित दूसरे सिटी स्टार होटल व मुंशीनगर स्थित सीके वैली होटल पहुंची। दोनों भवनों को टीम ने सील कर दिया।
इसके बाद टीम डोहरा रोड पर स्थित सांवरिया रिसॉर्ट पहुंची। वहां पोकलेन मशीन व बुलडोजर पहले से मंगा लिए गए थे। आदित्य उपाध्याय के रिसॉर्ट का 70 फीसदी हिस्सा ढहा दिया गया। वहां, कुछ हिस्से को मंदिर होने की वजह से छोड़ दिया गया।
आदित्य की मां ने किया हंगामा
मौके पर आई आदित्य की मां रिटायर्ड इंस्पेक्टर मीरा शर्मा ने निर्माण को वैध बताते हुए हंगामा किया। बीडीए के अधिकारियों ने तर्क दिया कि कृषि भूमि पर व्यावसायिक भवन बना लिया गया है, जो नियमानुसार गलत है।
मीरा शर्मा ने आरोप लगाया कि कार्रवाई से पहले उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया। यह रिसॉर्ट मेरे नाम है। मुझे सामान भी नहीं निकालने दिया। मीरा ने हंगामा किया तो पुलिस ने गाड़ी में बैठा दिया। इस पर उन्होंने चलती गाड़ी से कूदने का प्रयास किया।
अवैध तरीके से बनाए गए भवनों पर जारी रहेगी कार्रवाई
बीडीए के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. ने बताया कि शुक्रवार को राजीव राना व चांद मियां के दो होटलों को सील करने व आदित्य उपाध्याय के रिसॉर्ट को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई। अवैध तरीके से बनाए गए भवनों को लेकर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।