सुरेश गोपी ने पूर्व PM इंदिरा गांधी को कहा ‘मदर ऑफ इंडिया’; जानें किसे बताया राजनीतिक गुरु
त्रिशूर: केरल की त्रिशूर लोकसभा सीट से सांसद और केंद्र सरकार में पर्यटन और पेट्रोलियम राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने पुन्कुन्नम में करुणाकरण के स्मारक ‘मुरली मंदिरम’ का दौरा किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री मे भारत की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी को ‘मदर ऑफ इंडिया’ कहा है। वहीं भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री ने करुणाकरण और मार्क्सवादी दिग्गज ई. के. नयनार को अपना ‘राजनीतिक गुरु’ भी बताया है।
त्रिशूर सीट से करुणाकरण के बेटे को हराया
आपको बता दें कि त्रिशूर लोकसभा सीट से सांसद बने सुरेश गोपी ने करुणाकरण के बेटे और कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन को हराया था। हालांकि 26 अप्रैल को त्रिशूर सीट पर त्रिकोणीय लड़ाई में कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन को हार के साथ तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। वहीं करुणाकरण के स्मारक पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से आग्रह किया कि वो उनके इस दौरे का राजनीति से न जोड़ें, वो यहां अपने गुरु को नमन करने के लिए आए थे। इस मौके पर सुरेश गोपी ने कहा कि नयनार और उनकी पत्नी के.पी. शारदा की तरह ही करुणाकरण और उनकी पत्नी कल्याणीकुट्टी अम्मा के साथ उनके काफी अच्छे संबंध हैं।
12 जून को किन्नूर में नयनार के घर का दौरा करते हुए केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने उनके परिवार के साथ अपने संबंधों को फिर से स्थापित किया। वहीं सुरेश गोपी ने अपने संबोधन में कहा कि वो स्व. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को ‘भारत की मां’ मानते थे, इसलिए करुणाकरण उनके लिए ‘राज्य में कांग्रेस पार्टी के पिता’ समान थे। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि करुणाकरण को केरल में कांग्रेस के ‘पिता तुल्य’ बताना दक्षिणी राज्य में पुरानी पार्टी के संस्थापकों या सह-संस्थापकों का अनादर नहीं है।
‘2019 में ही मुरली मंदिरम जाना चाहता था’
सुरेश गोपी ने आगे कहा कि वो साल 2019 में ही मुरली मंदिरम जाने की इच्छा जताई थी, लेकिन पद्मजा वेणुगोपाल ने उन्हें राजनीतिक कारणों से उन्हें वहां जाने से रोक दिया था। मुरली मंदिरम के बाद केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने शहर के प्रसिद्ध लूर्डे माता चर्च का भी दौरा किया और वहां प्रार्थना भी की। वहीं अपनी बेटी की शादी में उनके और उनके परिवार की तरफ से सेंट मैरी को सोने का मुकुट भेंट करने के मामले में हो रही राजनीति हमले पर कहा कि वो मुकुट तांबे का बना था।
त्रिशूर में देखने को मिली थी त्रिकोणीय लड़ाई
त्रिशूर लोकसभा सीट से जीत और केरल में भाजपा का खाता खोलने वाले सुरेश गोपी ने कांग्रेस और सीपीआई उम्मीदवारों को हराया था। केरल की त्रिशूर लोकसभा सीट के चुनाव परिणामों की बात करें तो त्रिशूर में भाजपा के प्रत्याशी सुरेश गोपी को 4 लाख 12 हजार 338 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे सीपीआई उम्मीदवार वी.एस सुनीलकुमार को 3 लाख 37 हजार 652 वोट मिले थे। इस तरह से सुरेश गोपी ने सीपीआई उम्मीदवार को 74 हजार 686 वोटों से हराया था। वहीं कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के मुरलीधरन को 3 लाख 28 हजार 124 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थे।