विमान में टर्बुलेंस से हुई मौत और घायलों को लेकर जांच जारी, एयरलाइन बोली- हम कर रहे सहयोग
लंदन से सिंगापुर जा रही सिंगापुर एयरलाइंस की फ्लाइट में खतरनाक टर्बुलेंस के कारण एक यात्री की मौत हो गई। इस टर्बुलेंस के कारण 30 अन्य लोग घायल भी हुए। इस घटना के बाद एयरलाइंस ने बुधवार को बताया कि वह जांच में अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रही है। टर्बुलेंस के कारण 73 वर्षीय ब्रिटिश यात्री जेफ्री किचन की उड़ान के दौरान दिल का दौरा पड़ने से जान चली गई।
बैंकॉक के सुवर्णभूमि एयरपोर्ट के महाप्रबंधक किट्टीपोंग किट्टीकाचोर्न ने इसकी जानकारी दी। 20 मई को लंदन (हीथ्रो) से सिंगापुर के लिए उड़ान भरने वाली सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) की उड़ान एसक्यू 321 को प्रस्थान के लगभग 10 घंटे बाद 37,000 फीट की ऊंचाई पर इरावदी बेसिन पर अचानक गंभीर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। इसके बाद पायलट ने मेडिकल आपातकाल की घोषणा की और विमान को बैंकॉक की ओर मोड़ दिया।
विमान में तीन भारतीय भी शामिल
इस घटना घायल हुए 30 यात्रियों का बैंकॉक के अस्पताल में इलाज जारी है। बोइंग 777-300 ईआर विमान 211 यात्रियों और चालक दल के 18 सदस्यों को लेकर सिंगापुर जा रहा था। इसमें तीन भारतीय भी शामिल हैं। इसके अलावा विमान में ऑस्ट्रेलिया के 56, कनाडा के 2, जर्मनी के 1, भारत के 3, इंडोनेशिया के 2, आइसलैंड के 1, आयरलैंड के 4, इस्राइल के 1, मलेशिया के 16, म्यांमार के 2, न्यूजीलैंड के 23, फिलीपींस के 5, सिंगापुर के 41, दक्षिण कोरिया के 1, स्पेन के 2, यूनाइटेड किंगडम के 47 और संयुक्त राज्य अमेरिका के 4 यात्री सवार थे।
जांच में पूरा सहयोग कर रही एयरलाइन
एसआईए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोह चून फोंग ने कहा कि एयरलाइंस इस घटना की जांच में संबंधित अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रही है। 22 मई को एक राहत उड़ान के माध्यम से सिंगापुर पहुंचे 131 यात्रियों और 12 चालक दल के सदस्यों का उन्होंने चांगी एयरपोर्ट पर स्वागत किया।
एयरलाइन ने पुष्टि की कि 22 मई को एक राहत उड़ान के माध्यम से सिंगापुर पहुंचे 131 यात्रियों और 12 चालक दल के सदस्यों का गोह ने चांगी हवाई अड्डे पर स्वागत किया। अन्य 79 यात्री और चालक दल के छह सदस्य भी बैंकॉक में ही हैं। गोह चून फोंग ने कहा, “एयरलाइंस की तरफ से मैं मृतक के परजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। यात्रा के दौरान यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को परेशानियों का सामना करना पड़ा, इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। हम इस कठिन समय में हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।”