’गांव में न स्कूल है, न अस्पताल; अधिकारी बात नहीं सुनते’, गांव के 1100 लोगों ने किया मतदान का बहिष्कार
नई दिल्ली: ओडिशा के बलांगीर के लगभग 1100 ग्रामीणों ने स्कूल और अस्पताल की मांग के चलते मतदान का बहिष्कार किया। उन्होंने कहा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती, तब तक हम वोट नहीं डालेंगे। देश में सोमवार को पांचवें चरण का चुनाव था। लेकिन ओडिशा के बलांगीर में एक 1100 ग्रामीणों ने अपने मताधिकार का प्रयोग ही नहीं किया। एक बूथ के पीठासीन अधिकारी रुनु मेहर ने बताया कि दो बज चुका है, अब तक कोई भी वोट डालने नहीं आया है। हम मॉक पोल कराना चाहते थे।
उन्होंने यह भी कहा कि वे कुछ पोलिंग एजेंस से मदद लेना चाहते थे, लेकिन हमें कोई एजेंट ही नहीं मिला। हम सुबह से मतदाताओं का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अब तक कोई भी वोट डालने नहीं आया। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है कि लोग मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं।
वहीं कुछ ग्रामीणों से बातचीत करने पता चला कि उन्होंने अपनी मांगे पूरी न होने के कारण मतदान का बहिष्कार किया था। उन्होंने कहा कि हमने सभी से अपनी शिकायतें की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। हमारे गांव में स्कूल नहीं हैं, सड़क भी खराब है। राशन तक भी नहीं मिलता है। उन्होंने कहा जब तक मांग पूरी नहीं होती है, हम तब तक वोट नहीं करेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि हम कई अधिकारी के पास हमने अपनी समस्याएं सुनाने की कोशिश की, लेकिन किसी ने भी नहीं सुनी हमारी बात। लगभग चार हजार की आबादी वाले गांव में 1780 मतदाता हैं।