शरीर पर नीले निशान…पीटते-पीटते ले ली जान; हैवान बने किशोर के चंगुल से नहीं बच पाया आर्यन
मैनपुरी की कांशीराम कॉलोनी में एक साल के मासूम आर्यन की बेरहमी से हत्या कर दी गई। आर्यन माता पिता की इकलौती संतान था। बच्चे को खोने के बाद मां रीना बदहवास हो चुकी है। मौत की खबर सुन पिता भी बिहार से घर आने के लिए निकल चुका है। दादा और दादी का तो मानों खिलौना ही टूट गया है। दोनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बच्चे का शव गोद में लिए परिजन बिलखते नजर आए।
जनपद एटा के गांव थरौली चांदपुर निवासी रीना ने 13 माह पहले एक बेटे को जन्म दिया। दादा भागीरथ को तो मानो नाती के रूप में नया जन्म मिल गया था। आर्यन एक 13 माह का हो चुका था। दादा दादी उस पर जान छिड़काते थे। वहीं रीना भी बच्चे को अपने से दूर नहीं होने देती थी। पांच दिन पहले रीना बेटे को लेकर शहर के कांशीराम कॉलोनी में रहने वाली साधना के घर उनकी बेटी के जन्मदिन कार्यक्रम के लिए आई थी। लेकिन वहां पर जन्मदिन का कार्यक्रम नहीं हुआ।
बताया गया कि 10 मई को जन्मदिन मनाया जाएगा। इस वजह से रीना साधना के घर रुक गई थी। बृहस्पतिवार की सुबह तक तो सब कुछ ठीक था। आर्यन घर में खेल रहा था, लेकिन कुछ देर बाद ही अचानक उसके साथ बेरहमी की सारी हदें पार की गईं। उसे बेरहमी से पीटा गया। जिसके चलते उसकी दर्दनाक मौत हो गई। हत्या का आरोप साधना के नाबालिग पुत्र पर लगाया गया है। जो कि इस समय पुलिस की हिरासत में है।
हत्या के पीछे क्या वजह रही, हकीकत क्या है। इसको लेकर अभी पुलिस भी कुछ स्पष्ट तौर पर बताने की स्थिति में नहीं है। लेकिन मासूम आर्यन की मौत ने मां रीना और दादा भागीरथ को तोड़ कर रख दिया है। उनकी आंखों से आंसू बहे जा रहे हैं। दादा भागीरथ तो आर्यन के बारे में बताते हुए रो पड़ते हैं। घटना के बाद सभी परिजन बेहाल हैं।
फोरेंसिक की टीम भी जांच करने पहुंची
कांशीराम कॉलोनी में एक साल के मासूम की हत्या की घटना के बाद फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मोर्चरी में पर जांच करने के लिए पहुंची। टीम के एक्सपर्ट ने बच्चे के शरीर पर मिले निशान व जांच के लिए अन्य साक्ष्य आदि एकत्र किए हैं।