एआर रहमान के कायल हैं इम्तियाज, बोले- सफलता और असफलता दोनों में कैसे रहना चाहिए ये कोई उनसे सीखे
निर्देशक इम्तियाज अली इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। उनकी हालिया रिलीज फिल्म ‘अमर सिंह चमकीला’ को दर्शकों ने काफी पसंद किया है। साथ ही फिल्म समीक्षकों ने भी इस फिल्म को शानदार कहा है। इस फिल्म में दिलजीत दोसांझ और परिणीति चोपड़ा मुख्य भूमिका में नजर आए। लोगों ने कहा कि ‘अमर सिंह चमकीला’ से इम्तियाज अली ने अपनी वापसी की है। वहीं फिल्म के संगीत निर्देशक एआर रहमान ऐसा नहीं मानते हैं। हाल ही में इम्तियाज अली ने इस बात का खुलासा किया।
लोग क्रूर हो सकते हैं
इम्तियाज अली बताते है, ‘एआर रहमान ने ‘चमकीला’ की रिलीज के तुरंत बाद मुझे फोन किया था। मुझे अच्छे से याद है उन्होंने कहा था कि हर कोई कह रहा है कि आप वापस आ गए हैं। सबसे पहले तो ये बताइए कि आप कहां गए थे। लोग जो ये कह रहे हैं उसका अर्थ ये है कि इस फिल्म से पहले आपने जो फिल्में बनाई थीं वे अच्छी नहीं थीं। वो जो फिल्में थीं क्या वे मायने नहीं रखती हैं। लोग क्रूर हो सकते हैं’।
असफलता से घबराना नहीं है
इम्तियाज अपनी बात जारी रखते हुए कहते हैं, ‘रहमान ने मुझ से कहा कि हो सकता है लोग दो-चार साल में कहेंगे कि अब आप में वो बात नहीं रही जो पहले थी। ऐसी बातों को सुनकर ध्यान नहीं देना है। न तो सफलता में घमंड करना चाहिए और न ही असफलता से घबराना चाहिए। दरअसल वे मुझे तैयार कर रहे थे कि अगर फिल्म के लिए लोग भला-बुरा कहें तो मैं उससे परेशान नहीं होऊं’।
अपने काम का विश्लेषण सिर्फ आप कर सकते हैं
इम्तियाज अली बॉलीवुड में इंसानी रिश्तों को लेकर बेहतरीन फिल्में बनाते आए हैं। इम्तियाज कहते हैं, ‘मुझे रहमान से काफी कुछ सीखने को मिला है। उन्होंने मुझे समझाया कि अपने काम का विश्लेषण सिर्फ आप कर सकते हैं कोई और नहीं। साथ ही साथ उन्होंने मुझे यह भी बताया कि सुनो सबकी, लेकिन काम अपने मन की करो। रहमान अपने आप में एक स्कूल हैं। उनसे कितना कुछ सीखा जा सकता है’।
निर्देशक इम्तियाज अली इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। उनकी हालिया रिलीज फिल्म ‘अमर सिंह चमकीला’ को दर्शकों ने काफी पसंद किया है। साथ ही फिल्म समीक्षकों ने भी इस फिल्म को शानदार कहा है। इस फिल्म में दिलजीत दोसांझ और परिणीति चोपड़ा मुख्य भूमिका में नजर आए। लोगों ने कहा कि ‘अमर सिंह चमकीला’ से इम्तियाज अली ने अपनी वापसी की है। वहीं फिल्म के संगीत निर्देशक एआर रहमान ऐसा नहीं मानते हैं। हाल ही में इम्तियाज अली ने इस बात का खुलासा किया।
लोग क्रूर हो सकते हैं
इम्तियाज अली बताते है, ‘एआर रहमान ने ‘चमकीला’ की रिलीज के तुरंत बाद मुझे फोन किया था। मुझे अच्छे से याद है उन्होंने कहा था कि हर कोई कह रहा है कि आप वापस आ गए हैं। सबसे पहले तो ये बताइए कि आप कहां गए थे। लोग जो ये कह रहे हैं उसका अर्थ ये है कि इस फिल्म से पहले आपने जो फिल्में बनाई थीं वे अच्छी नहीं थीं। वो जो फिल्में थीं क्या वे मायने नहीं रखती हैं। लोग क्रूर हो सकते हैं’।
असफलता से घबराना नहीं है
इम्तियाज अपनी बात जारी रखते हुए कहते हैं, ‘रहमान ने मुझ से कहा कि हो सकता है लोग दो-चार साल में कहेंगे कि अब आप में वो बात नहीं रही जो पहले थी। ऐसी बातों को सुनकर ध्यान नहीं देना है। न तो सफलता में घमंड करना चाहिए और न ही असफलता से घबराना चाहिए। दरअसल वे मुझे तैयार कर रहे थे कि अगर फिल्म के लिए लोग भला-बुरा कहें तो मैं उससे परेशान नहीं होऊं’।
अपने काम का विश्लेषण सिर्फ आप कर सकते हैं
इम्तियाज अली बॉलीवुड में इंसानी रिश्तों को लेकर बेहतरीन फिल्में बनाते आए हैं। इम्तियाज कहते हैं, ‘मुझे रहमान से काफी कुछ सीखने को मिला है। उन्होंने मुझे समझाया कि अपने काम का विश्लेषण सिर्फ आप कर सकते हैं कोई और नहीं। साथ ही साथ उन्होंने मुझे यह भी बताया कि सुनो सबकी, लेकिन काम अपने मन की करो। रहमान अपने आप में एक स्कूल हैं। उनसे कितना कुछ सीखा जा सकता है’।