BJP के लोग संविधान बदलना चाहते; इलेक्टोरल बॉन्ड और किसानों के मुद्दों पर भी घेरा
बदायूं: बदायूं में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को सपा प्रत्याशी आदित्य यादव के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। चुनावी रैली के मंच पर पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव, सलीम इकबाल शेरवानी और पूर्व विधायक आबिद रजा समेत तमाम पदाधिकारी भी मौजूद रहे। अखिलेश यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग संविधान और हमारी आपकी जान के पीछे पड़े हैं। ये संविधान बदलना चाहते हैं। जिन्होंने वैक्सीन लगवाई, वो लोग भी भाजपा के खिलाफ मतदान करेंगे। ये भाजपा वाले आपदा में अवसर देख रहे थे। इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर जो वसूली की है। ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स का डर दिखाकर इनकी सरकार से न केवल संविधान को खतरा है बल्कि इनके फैसलों से जान का भी खतरा है। दस साल में इनकी बातें झूठी निकलीं। यही दिल्ली वाले आते थे, कहते थे आमदनी दोगुनी कर देंगे। लेकिन किसी की आय दोगुनी नहीं हुई क्या?
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा के लोग कहते है कि 80 करोड़ लोगों को राशन बंटवा दिया और दूसरी तरफ कह रहे हैं कि हम गरीबी रेखा से लोगों को बाहर निकाल रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि हम पौष्टिक आटा के साथ डाटा भी निशुल्क देंगे। अखिलेश ने कहा कि बीते 10 साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने हमारे किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। बड़े-बड़े उद्योगपतियों और खासमखास लोगों का कर्ज माफ किया। अखिलेश ने पेपर लीक मुद्दों पर भी सरकार को घेरा।
आदित्य यादव ने ये कहा
आदित्य यादव ने कहा कि यह संविधान बचाने का चुनाव है। एक पक्ष के काम हो रहे हैं। विपक्ष पर दबाव बनाया जा रहा है। झूठे आरोपों में मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला जा रहा है। दस साल के घटनाक्रमों का इस सरकार से जवाब लीजिए। एक भी वोट पीछे न रहने पाए। सात मई को मतदान से ऐसा कर दिखाएं।
शेरवानी ने भी जनता को किया संबोधित
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी ने कहा कि सिवाय नफरत के उनके पास कोई भाषण नहीं। दस साल से वो देश के प्रधानमंत्री हैं। अगर आप पूछिए, महंगाई कम हुई तो कोई जवाब नहीं है। आज सुनहरा मौका है, अपने हाथ, आप इतनी बड़ी ताकत से सपा को जिताएं कि दिल्ली में बिना अखिलेश यादव के कोई सरकार न बन सके। पूर्व विधायक आबिद रजा ने भी भाजपा पर जमकर निशाना साधा।