अवैध रूप से संचालित पागलखाने के सभी मरीजों के पैर से निकाली गई बेड़ी, चार भेजे गए घर
गाजीपुर जिले के जमानिया कोतवाली क्षेत्र के मदनपुरा रोड के किनारे अवैध तरीके से संचालित सहारा जन कल्याण मेंटल हॉस्पिटल (मानसिक चिकित्सालय) में भर्ती 6 मरीजों के पैर से बेड़ी खोल दी गई है। इनमें चार को उनके परिवार के लोगों के साथ घर भेज दिया गया है। जबकि दो के परिवार के लोगों को बुलाया गया है। बता दें कि अवैध रूप से संचालित इस हॉस्पिटल में लोगों को बुरी तरह प्रताड़ित किया जा रहा था। भर्ती करने के साथ पैर में लोहे की मोटी बेड़ी डालते थे।
विभाग का दावा है जमानिया क्या पूरे जिले में मेंटल हॉस्पिटल नहीं है, जबकि यह अस्पताल जमानिया सीएचसी से करीब तीन और पीएचसी से छह किमी दूरी पर संचालित है। इसके बारे में आसपास के जिलों के अलावा बिहार तक के लोगों को जानकारी थी।
इस अस्पताल में बंद सभी छह मरीज खुद को स्वस्थ बता रहे हैं। ये भी बताया कि यहां हमें दवा और खाना मिलता है। कुछ भी गलत करने पर डंडे से पीटा जाता है। दो दिन पहले अवैध रूप से संचालित सहारा जन कल्याण मेंटल हॉस्पिटल में हाथ में बेड़ी पहनाते समय गर्दन दब जाने से मरीज विकास कुमार की मौत हुई थी। इस मामले में उपनिरीक्षक सुरेश कुमार मौर्या के नेतृत्व में पुलिस ने सोमवार को मुख्य आरोपी विजय नारायण पाठक और उसके पुत्र सुनील पाठक को जमानिया रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया था।