कार्डियक अरेस्ट से अभिनेता की मौत, पैंक्रियाटाइटिस के भी थे शिकार, जानिए इन बीमारियों का संबंध
टेलीविजन के मशहूर अभिनेता ऋतुराज सिंह की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई है, वह 59 वर्ष के थे। वह कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे, हाल ही में उन्हें अग्नाशय संबंधी समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक वह पैंक्रियाटाइटिस नामक बीमारी के शिकार थे।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। आंकड़ों से पता चलता है कि हर साल भारत में लगभग 5-6 लाख लोगों की सडेन कार्डियक डेथ (एससीडी) से मौत हो जाती है। 50 से कम आयु के लोगों में भी ये खतरा समय के साथ बढ़ता जा रहा है। कई कारक है जो इसके जोखिमों को बढ़ाने वाले हो सकते हैं, जिसको लेकर सभी लोगों को अलर्ट रहने का सलाह दी जाती है।
सडेन कार्डियक अरेस्ट (एससीए) का बढ़ता जोखिम
सडेन कार्डियक अरेस्ट (एससीए) हृदय रोगों के कारण होने वाली मौत के प्रमुख कारकों में से एक है। इसे हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक माना जाता है। अनियमित हृदय गति के कारण हृदय की सभी गतिविधियों के अचानक रुक जाने से कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। इसमें व्यक्ति अचानक बेहोश हो जाता है और अगर उसे तत्काल उपचार न मिले तो हृदय गति रुकने से मृत्यु भी हो सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कार्डियक अरेस्ट किसी को भी हो सकता है, पहले से हृदय रोगों की समस्या वाले व्यक्ति में इसका खतरा अधिक देखा जाता रहा है।
पैंक्रियाटाइटिस के भी थे शिकार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऋतुराज सिंह पैंक्रियाटाइटिस की समस्या के भी शिकार थे, जिसके कारण वह पिछले दिनों अस्पताल में भर्ती हुए थे, हालांकि बाद में उन्हें डिस्टचार्ज कर दिया गया था।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, पैंक्रियाटाइटिस जिसे अग्नाशयशोथ भी कहा जाता है, ये अग्न्याशय में सूजन की समस्या है। अग्न्याशय शरीर को भोजन पचाने और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। पैंक्रियाटाइटिस के कारण अग्न्याशय को क्षति हो सकती है जिसपर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो ये दिक्कतों को बढ़ाने वाली भी हो सकती है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पैंक्रियाटाइटिस की गंभीर स्थिति हृदय रोगों के खतरे को भी बढ़ाने वाली मानी जाती है।
कैसे करें इस रोग की पहचान?
पैंक्रियाटाइटिस होने के कई कारण होते हैं और इसके लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं। एक्यूट पैंक्रियाटाइटिस की स्थिति में पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, बुखार, पल्स रेट बढ़ने, पेट की समस्या होने या बार-बार उल्टी की दिक्कत हो सकती है। समस्या बढ़ने के साथ बिना प्रयास किये वजन कम होने, शौच में दिक्कत भी बढ़ने लग जाती है। डॉक्टर बताते हैं, जो लोग शराब-धूम्रपान का सेवन अधिक करते हैं उनमें समय के साथ इस समस्या का खतरा अधिक हो सकता है।
क्या पैंक्रियाटाइटिस के कारण हो सकता है कार्डियक अरेस्ट?
डॉक्टर बताते हैं, पैंक्रियाटाइटिस सीधे तौर पर हृदय की लिए समस्याकारक नहीं है पर अक्यूट पैंक्रियाटाइटिस की स्थितियों के कारण हृदय गति रुकने या कार्डियक अरेस्ट का खतरा हो सकता है। अध्ययन की रिपोर्ट से पता चलता है कि जिन लोगों को पैंक्रियाटाइटिस की दिक्कत रही है उन्हें हृदय स्वास्थ्य पर गंभीरता से ध्यान देते रहना चाहिए।