कालेसर जीरो प्वाइंट से लगा 11 किमी लंबा जाम, 26 जनवरी तक किया गया है डायवर्जन
अयोध्या मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की अचानक बढ़ी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने आनन-फानन रूट डायवर्जन को 26 जनवरी तक बढ़ा दिया। इसका दुष्प्रभाव मंगलवार रात से ही देखने को मिला। बुधवार सुबह तक कालेसर से लेकर बाघागाड़ा के बीच करीब 11 किमी की दूरी में बड़े वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पुलिस ने पहले सभी को लौटाना शुरू किया, लेकिन जाम के चलते यह आसान नहीं था। लखनऊ-अयोध्या और गोरखपुर के बीच चलने वालों को इससे काफी परेशानी झेलनी पड़ी। इसके बाद पुलिस ने शहर की ओर से कालेसर से नौसड़ की ओर जा रहे वाहनों को रोक दिया और किसी तरह डायवर्ट करके भेजा गया। दोपहर बाद जाम पर काबू पाया जा सका। करीब छह से सात घंटे तक जाम में फंसे चालकों और आम लोगों को काफी परेशानी हुुई।
दरअसल, अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। इसे देखते हुए आनन-फानन पुलिस ने गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रोक दी। गाड़ियों को रोकने से कालेसर जीरो प्वाइंट से बाघागाड़ा के आगे तक करीब 11 किमी की दूरी में वाहनों की लंबी कतार लग गई।
कालेसर जीरो प्वाइंट पर बैरियर लगा दिया गया है और पुलिस आसपास के वाहनों को आगे जाने दे रही है। शेष गाड़ियों को कैंपियरगंज के रास्ते भेजा जा रहा है। ऐसे में जीरो प्वाइंट से लेकर बाघागाड़ा के आगे तक एक ही लेन पर दो से तीन कतार में बड़े वाहनों के खड़े किए जाने से जाम लग गया।
उधर, सहजनवां थाना क्षेत्र के गीडा सेक्टर 26 के पास सहजनवां पुलिस ने बैरियर लगा कर गाड़ियों को आगे जाने से रोक दिया। बुधवार को एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव तथा सीओ कैंपियरगंज विजय आनंद शाही करीब दो से तीन घंटे जीरो प्वाइंट पर मौजूद होकर मोर्चा संभाले, तब जाकर आवागमन शुरू हो सका। एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि अयोध्या में भीड़ के चलते वाहनों को परिवर्तित मार्ग से भेजा जा रहा है। आसपास के वाहन कागज दिखाने पर छोड़ दिए जा रहे है।
लखनऊ जाना था, तीन घंटे फंसे ही रह गए
शुभम अग्रहरि ने कहा कि अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही लखनऊ जाने का कार्यक्रम तय किया था। सुबह 9 बजे के करीब बाघागाड़ा से चढ़े तो लगा कि कुछ दूर का ही जाम होगा, लेकिन आगे आने के बाद फंस गए। तीन घंटे सिर्फ गाड़ी रेंगते हुए आगे बढ़ रही थी। अब तो आज जाने का फैसला ही बदल दिए। अब सोचा हूं कि एक्सप्रेस वे से ही होकर जाऊंगा।
खुद पर होने लगा पछतावा
विष्णु देव ने कहा कि हमको लगा कि डायवर्जन खत्म हो गया है। सुबह ही बस्ती जाने के निकल लिया। लेकिन, हाइवे पर जाम फंसने के बाद बहुत परेशानी हुई है। किसी तरह से जीरो प्वाइंटर पर आए तो पुलिस ने कहा कि लोकल परिचय पत्र दे, तभी जा सकते हैं। फिर वापस किसी तरह से लौटा हूं, आज जा भी नहीं पाया हूं।