अनिल अंबानी की कंपनी को खरीदेगी सोलर प्लांट लगाने वाली फर्म, जानें पूरा मामला
देश का दूसरा सबसे बड़ा सोलर प्लांट लगाने जा रही स्वान एनर्जी अब मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी की कंपनी का अधिग्रहण करने जा रही है. इसके लिए स्वान एनर्जी ने सिंगापुर के विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टर जीसीपी आईएनएबी पीटीई लिमिटेड से 1,435 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है.
इस पैसा का उपयोग अनिल अंबानी की नेवल एंड इंजीनियरिंग यानी आरएनईएल के अधिग्रहण के लिए किया जाएगा. जानकारी के अनुसार स्वान प्रिफेंशरल शेयर जारी कर पैसा जुटाने की योजना बना रहा है.
शुक्रवार को, स्वान एनर्जी ने शेयर बाजार को जानकारी दी कि बोर्ड ने जीसीपी आईएनएबी को 495 रुपये के प्रीमियम पर प्रिफेंशरल शेयरशेयर जारी करके धन जुटाने का एक प्रस्ताव पारित किया. शुक्रवार को, कंपनी ने प्रिफेंशरल शेयर जारी करके उसी निवेशक से 690 करोड़ जुटाने के अपने जून के प्रस्ताव को वापस ले लिया. स्वान एनर्जी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. तरजीही शेयरों की कीमत शुक्रवार के 298.4 रुपये प्रति शेयर के क्लोजिंग प्राइस से 66 फीसदी प्रीमियम पर है.
यह है पूरा मामला
पिछले साल दिसंबर में, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने आरएनईएल के लिए हेजल मर्केंटाइल और स्वान एनर्जी द्वारा संयुक्त रूप से पेश की गई 2,108 करोड़ रुपये के रेज्यूल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी थी. रेज्यूल्यूशन जीतने वाले एप्लीकेंट को लेंडर्स को छह किस्तों में भुगतान करना था. पहली किस्त 292 करोड़ थी जो मायर्च 2023 में भी चुकानी थी. अदालती दस्तावेजों के अनुसार, एनसीएलटी पीठ ने लेंडर्स को भुगतान करने के लिए कंपनी को दो बार समय दिया.
लेकिन पैसा समय पर ना चुकाने की वजह से रेज्यूल्यूशन जीतने वाले एप्लीकेंट पर किस्त पर ब्याज के रूप में दो फीसदी का फाइन भी लगाया. 1 अगस्त के आखिरी आदेश में, एनसीएलटी पीठ ने 45 दिन का और समय दिया, जो सितंबर के मध्य में समाप्त हो गया है. इसके बाद कंपनी ने डिफॉल्टर टैग से बचने के लिए दो महीने के एक्सटेंशन के लिए आवेदन किया. मामले को 5 अक्टूबर को सुनवाई के लिए लिस्ट किया गया है.
कब कौन सी किस्त का करना है भुगतान
इस बीच, कंपनी ने सिंगापुर स्थित फंड को प्रिफेंशरल शेयर जारी कर धन जुटाने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी लेने के लिए 19 अक्टूबर को एक असाधारण आम बैठक बुलाई है. अभी तक विजेता बोली लगाने वाले ने अभी तक पहली किस्त का भुगतान नहीं किया है. जबकि दूसरी किस्त 312 करोड़ की है, जिसका पेमेंट दिसंबर 2023 में होना है.