मोदी गारंटी के सहारे मध्यप्रदेश में जीत की राह तलाशती बीजेपी…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सितंबर में दूसरी बार मध्य प्रदेश के दौरे पर पहुंचे. इस बार मौका भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ में भाग लेने का था. इस कार्यकर्ता महाकुंभ के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी थी.
दस लाख बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को जुटाने के लिए पूरी पार्टी ने जी-जान एक कर दिया. पीएम मोदी जानते हैं एक लंबे समय तक शासन करने के बाद एक सत्ता विरोधी लहर होती ही है, लेकिन केन्द्र में उनके पीएम रहते विकास की योजनाओं को जमीन पर उतारने में मध्य प्रदेश ने कोई कोताही नहीं बरती है. इसलिए डबल इंजन की सरकार के नारे को जीवंत रखते हुए पीएम मोदी ने ऐलान किया कि ये मोदी गारंटी का ही असर है कि मध्यप्रदेश में हर घर तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है.
मोदी यानी हर गारंटी के पूरी होने की गारंटी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्होंने कहा कि पूरी बीजेपी के प्रेरणापुंज पंडितजी ने सुशासन को अंत्योदय से जोड़कर देखा, समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास को प्राथमिकता दी. अंत्योदय की यही प्रेरणा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के रूप में हमें प्रेरित करती है. बीते 9 वर्षों में हमारी सरकार ने जो योजनाएं बनाईं उनके मूल में यही भावना थी. जब मोदी गारंटी देता है, जब भाजपा गारंटी देती है तो वो जमीन पर उतरती है और हर लाभार्थी तक पहुंचती है. मोदी यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी. मोदी का मिजाज भी अलग है और मेहनत भी अलग है. पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए देश और देशवासियों से बड़ा कुछ भी नहीं है. पीएम ये बताने से भी पीछे नहीं रहे कि वो भी अभावों में रहे हैं, लेकिन अपने देश को अभावों में नहीं रहने दूंगा.
पिछले चुनावों में तो नारा था कि मोदी है तो मुमकिन है, लेकिन अब आम जनता के लिए पीएम मोदी ने नया नारा बुलंद कर दिया है. ये नारा मोदी गारंटी का है. इसे खुद पीएम मोदी ने जनता को भरोसा दिलाने के लिए कहा. जनता का भरोसा इसलिए कि पीएम मोदी जो भी वायदा करते हैं और जो भी गारंटी जनता को देते हैं, उसे हर आदमी तक पहुंचा के ही दम लेते हैं. इसलिए मोदी गारंटी का नारा मध्यप्रदेश और राजस्थान में खासा हिट रहा.
‘नारीशक्ति वंदन अधिनियम’ एक सार्थक बदलाव की शुरुआत
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कार्यकर्ता महाकुंभ में संसद के विशेष सत्र में पारित महिला आरक्षण विधेयक का विशेष जिक्र किया. उन्होंने बताया कि लोकसभा और राज्यसभा में माताओं-बहनों-बेटियों के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित करने का कानून पारित हुआ. पीएम मोदी के मुताबिक ‘नारीशक्ति वंदन अधिनियम’ ने देश में नया इतिहास रच दिया है और उनकी सरकार की कोशिश यही थी कि बहनों की समृद्धि का रास्ता खुले, बेटियां अपने पैरों पर खड़ी हो सकें, इसलिए मैं देश की हर माता और बेटी से कहूंगा कि कोई कितनी भी कोशिश कर ले, आपको भ्रमित नहीं होना है. हमने कठिन रास्ता पार किया है. ये महिलाओं की भागीदारी के विस्तार की शुरुआत है. एक सार्थक बदलाव का शुभारंभ है.
महिला वोटरों को पीएम ने अपना साइलेंट वोटर कहा था. इन्हीं साइलेंट वोटरों को राजनीति में भागीदारी देने का काम पीएम ने किया है. दरअसल, पीएम की ज्यादातर योजनाएं महिलाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा और सम्मान से जुड़े रहे हैं. खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए सम्मान घर यानि महिलाओं के लिए शौचालयों का निर्माण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जनधन खातों में सीधा पैसा डालना, पिछड़ी और दलित महिलाओं के सशक्तिकरण सुनिश्चित करने में पीएम मोदी खासे सफल रहे हैं. लेकिन देश की इस आधी आबादी की राजनीति में भागीदारी को सुनिश्चित करने का जो काम पीएम मोदी ने किया है, उससे ये तय हो गया है कि अब ये साइलेंट वोटर नही रहेंगी. तभी तो पीएम ने जनसभा में कहा कि कांग्रेस जैसी दूसरी पार्टियों का वो भरोसा नहीं करें जिन्होने कभी महिलाओं को आरक्षण देने की मंशा ही नहीं दिखाई.
‘कांग्रेस को मौका मिला तो मध्य प्रदेश को बहुत बड़ा नुकसान होगा’
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी जम कर हमला बोला. पीएम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने प्रजातंत्र को परिवारतंत्र में बदला. उनके शासनकाल में गरीब अभाव में रहे. कांग्रेस राज में सरकारी योजनाओ का लाभ भी उन्हें ही मिलता था जो उन्हें वोट देते थे. अपने पूरे शासन काल में जनता को कांग्रेस ने रोटी, कपड़ा और मकान के जाल में फंसा कर रखा था ताकि वो अभावों में रहें और विकास की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाए. लेकिन केन्द्र में मोदी की सरकार ने इसे बदला और योजनाओं को हर घर तक पहुंचाया.