रूस का मून मिशन क्यों रहा नाकाम, हाथ लगी असफलता कई मायनों में रहेगी अहम

मगर ये सपना नौवें दिन तब टूट गया, जब 20 अगस्त को लूना-25 चांद की सतह पर पहुँचने से पहले ही क्रैश हो गया.

रूस को ये झटका ऐसे वक़्त में लगा है, जब भारत चंद्रयान-3 के ज़रिए 23 अगस्त को चांद पर पहुँचने ही वाला है.

चंद्रयान-3 की सफलता से दुनिया के अंतरिक्ष कार्यक्रम में भारत अपनी नई और बेहतर जगह बना सकता है.
मगर रूस के हाथ लगी असफलता कई मायनों में अहम है.

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