मसूड़ों के लिए संजीवनी की तरह काम करता है ये आयल, मिलेगा हर समस्या से निजात
मसूड़ों का रंग हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं. काले मसूड़े और उनके रंग में परिवर्तन चिकित्सा स्थिति, दवा, धूम्रपान या अन्य लाइफस्टाइल फैक्टर के कारण हो सकते हैं.
इनका रंग लाल या गुलाबी से लेकर भूरा या काला तक हो सकता है. मसूड़ों के रंग में परिवर्तन एक अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है, इसलिए इस समस्या को गंभीरता से लेनी चाहिए. हम आज आपको कुछ घरेलू तरीके बताएंगे.
दांतों और मसूड़ों के लिए ग्रीन टी काफी फायदेमंद होता है. रोज ग्रीन टी पीने से मसूड़ों का कालापन दूर किया जा सकता है.नीलगिरी का तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो मसूड़ों के लिए संजीवनी की तरह काम करता है. नीलगिरी का तेल से मसूड़ों का कालापन दूर किया जा सकता है. इसका इस्तेमाल रुई की मदद से मसूड़ों पर लगाकर करें.
शरीर में विटामिन डी की कमी से भी मसूड़े काले हो जाते हैं. इससे छुटकारा पाने के लिए अपनी डाइट में विटामिन डी रिच फूड को शामिल करें. आप चाहें तो डॉक्टर की भी मदद ले सकते हैं.लौंग का तेल मसूड़ों का काल्पन दूर करने के लिए कारगर है. इसका इस्तेमाल रुई की मदद से मसूड़ों पर लगाकर किया जा सकता है.