कानपुर में बढ़ रहा जीका वायरस , 105 हुई मरीजों की संख्या
कानपुर में जीका वायरस का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार सुबह 16 और मरीजों में जीका संक्रमण की पुष्टि हुई है। इन नए मरीजों के आने से अब कानपुर में जीका पॉजिटिव केसों की संख्या 105 पहुंच गई है।
अभी तक शहर में 89 जीका मरीजों की संख्या रही है। नए मरीज भी चकेरी क्षेत्र से रिपोर्ट हुए है। साफ है कि जीका वायरस ने चकेरी के सभी इलाकों को जकड़ लिया है। सेन्टर बिन्दु अभी भी तिवारीपुर और पोखरपुर बना हुआ है। सीएमओ डॉ.नैपाल सिंह ने भी जीका के 16 और नए केस रिपोर्ट होने की बात मानी है।
आपको बता दें कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की कोविड लैब (माइक्रोबायोलॉजी विभाग) में बुधवार से जीका सैंपल की जांच शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए 100 नमूनों की किट केजीएमयू से मंगाई गई है। मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को ट्रेनिंग के लिए सोमवार को लखनऊ भेजा गया है। 5000 जीका सैंपलों की जांच के लिए किट, मास्टर मिक्चर समेत सभी जरूरी सामान का मसौदा शासन को भेज दिया गया है। अभी तक जीका की जांच एनआईवी पुणे के बाद केजीएमयू में की जा रही है।
जीका में भी कोविड की तरह आरएनए से ही संक्रमण की पहचान की जाती है इसलिए मेडिकल कॉलेज में भी आरटी-पीसीआर मशीन है, बस किट और जरूरी सामान की जरूरत है इसलिए उसे कॉलेज को उपलब्ध कराया जा रहा है। अब बुधवार से स्वास्थ्य विभाग जीका के सैंपल यहीं मेडिकल कॉलेज को भेजेगा। इन्हीं सब तैयारियों के लिए उप प्राचार्य प्रो.रिचा गिरि की अध्यक्षता में प्रोफेसरों की कमेटी बना दी गई है। कमेटी में गायनी हेड प्रो.किरन पांडेय, डॉ.सीमा द्विवेदी , डॉ.मधु यादव, डॉ.एके वर्मा, डॉ.अल्पिका शुक्ला को रखा गया है। कमेटी ने सोमवार को बैठक कर 12 बेड का जीका वार्ड संक्रामक रोग अस्पताल में और 18 बेड का जीका वार्ड मैटरनिटी विंग में बनाने का फैसला लिया और शाम को ही इसका आपरेशन भी शुरू कर दिया गया। डॉक्टर-पैरा मेडिकल स्टॉफ भी सूचीबद्ध कर दिया गया है। जीका के मरीज, प्रसूताएं यहीं भर्ती की जाएंगी।