चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आखिर क्यों बढ़ रही सऊदी अरब की नजदीकियां ?
सऊदी अरब यात्रा पर आए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का उस दर्जे का स्वागत हुआ है, जैसा पहले सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति का यहां होता था। शी जिनपिंग के लिए यहां बैंगनी कालीन बिछाई गई।
सऊदी यात्रा के दौरान शी जिनपिंग के दो खास सम्मेलनों में भाग लेने का कार्यक्रम रखा गया। इनमें एक सम्मेलन अरब देशों के नेताओं के साथ था। दूसरा सम्मेलन खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य देशों के नेताओं के साथ था।
प्रिंस सलमान के हाथ में ही सऊदी अरब की असल सत्ता है। अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि इस यात्रा के दौरान प्रिंस सलमान यह साफ संदेश ना चाहते हैं कि सऊदी अरब और चीन के बीच एक विशेष दोस्ती कायम हो गई है।
अमेरिकी टीकाकारों ने शी के हुए स्वागत की तुलना 2017 में जेद्दाह में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हुए स्वागत से की है। जबकि इस वर्ष राष्ट्रपति जो बाइडेन जब यहां आए, तो सऊदी प्रतिक्रिया मद्धम रही।
कुछ महीने बाद तेल उत्पाद देशों के संगठन ओपेक ने उत्पादन घटाने का फैसला कर लिया। निर्णय के पीछे भी प्रिंस सलमान का ही हाथ माना गया था। सलमान ने शी जिनपिंग के स्वागत में अपनी पूरी ताकत लगा दी है।