रोजाना सुबह Surya Namaskar करने से आपके शरीर को मिलेगा तमाम बिमारियों से निजात
सूर्य नमस्कार कई आसनों से जुड़ा हुआ एक योग है। सूर्य नमस्कार को अलग-अलग नामो से भी जाना जाता है। कोई भी योगी अपने आसनो को शुरू करने से पहले सूर्य नमस्कार करता है, ताकि वह सफलता से अपने आसन की शुरुआत कर सके।
हम सभी धरती पर सूर्य की महत्तवता से भलीभांति परिचित हैं। उर्जा का स्त्रोत माना गया है। इसके इतिहास को देखा जाए तो, भारत के प्राचीन ऋषि मुनियों ने यह बताया था की शरीर के विविध भागो पर अलग-अलग देव शासन करते है। सूर्य नमस्कार Surya Namaskar एक प्राचीन तकनीक है, जिसका सम्मान आज भी किया जाता है।
- सूर्य नमस्कार हमारे पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने में सहायक है।
- यह योग आसन आपके शरीर में खून के प्रवाह को बढ़ाने में सहायक है, जिससे आपका पाचन तंत्र अच्छी तरह से कार्य करता है।
- सूर्य नमस्कार के दौरान किये जाने वाले आसनों से आपके पेट पर दाब पड़ता है, जिससे आपके पेट में पायी जाने वाली सारी हानिकारक गैस बाहर निकल जाती है।
- सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने से आप अपने सोने के तरीको को भी बदल सकते है। इस आसन को करने से आपका दिमाग शांत रहता है, और इससे रात में अच्छी नींद आती है।
- महिलाओ के लिए भी सूर्य नमस्कार लाभदायक है, जो महिलाये अनियमित मासीक धर्म की समस्या से पीड़ित है, उनके लिए सूर्य नमस्कार सबसे अच्छा उपाय है। रोजाना सूर्य नमस्कार करने से महिलाओ में नियमित रूप से मासिक धर्म आते है और सूर्य नमस्कार करने के महिलाओ के नवजात शिशु के जन्म के समय में भी सहायता मिलती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, सूर्य नमस्कार के आसनों को करने से खून में पाए जाने वाली शुगर का प्रमाण कम हो जाता है और सूर्य नमस्कार आपको ह्रदय संबंधी बीमारियों से भी बचाता है।