अमेरिका ताइवान से अपने रिश्तों को करेगा और भी मजबूत , जानकर चीन के उड़े होश

बीते कुछ दिनों से ताइवान के मसले पर अमेरिका की चीन से तनातनी चल रही है। इसके बाद भी अमेरिका इस मसले पर चीन को कोई राहत देने के मूड में नहीं दिखता। अमेरिका के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश ताइवान से अपने रिश्तों को और मजबूत करेगा।

चीन से अमेरिकी की इस स्वायत्त द्वीप को लेकर तनातनी चल रही है। पिछले दिनों अमेरिका ने कहा था कि यदि चीन की ओर से ताइवान पर हमला किया जाता है तो वह उसकी ओर से खड़ा रहेगा। इसके जवाब में चीन ने अमेरिका को संभलकर चलने की सलाह दी थी। अब अमेरिकी अधिकारी के इस बयान से एक बार फिर तनाव पैदा हो सकता है।

ताइवान स्थित अमेरिकन इंस्टिट्यूट के नए डायरेक्टर सांड्रा ऑडकिर्क ने कहा कि अमेरिका की ओर से ताइवान को लेकर पूरी प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा कि हम साइबर सिक्योरिटी और सप्लाई चेन को मजबूत करने के लिए ताइवान के साथ हैं। ऑडकिर्क ने कहा कि ताइवान के साथ हमारी साझेदारी और समर्थन चट्टान की तरह मजबूत है। हम ताइवान के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले दिनों चीन की ओर से सौ से ज्यादा लड़ाकू विमान ताइवान के क्षेत्र में उड़ाए गए थे, जिसके बाद अमेरिका की ओर से बयान आया था। इसके चलते चीन और अमेरिका के बीच तनाव पैदा हो गया था।

1949 में हुए गृह युद्ध के बाद चीन से अलग हुए ताइवान को दोबारा अपने हिस्से में लाने के लिए चीन ने फोर्स का इस्तेमाल किए जाने की बात से भी इनकार नहीं किया है। चीन की ओर से लगातार ऐतराज के बाद भी अमेरिकी की ओर से ताइवान से रिश्ते मजबूत किए जाते रहे हैं। हालांकि अमेरिकी अफसर ने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया है कि द्वीप पर अमेरिकी फोर्स कितनी मौजूद है। गुरुवार को ही ताइवान के राष्ट्रपति साइ इंग-वेन ने बताया था कि अमेरिकी सेना उनके साथ है। ऑडकिर्क ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका ताइवान का समर्थन करता रहेगा।

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