चपरासी को बनाया फर्जी कंपनी का डायरेक्टर व 31 बीमा पॉलिसी का एक ही नॉमिनी अर्पिता मुखर्जी को लेकर हुआ बड़ा खुलासा
पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। नए खुलासों को सुनकर और पढ़कर हर कोई हैरान हो रहा है।अर्पिता मुखर्जी के नाम 31 जीवन बीमा पॉलिसी का पता चला है सभी पॉलिसी के नामिनी पार्थ चटर्जी हैं।
अर्पिता के फलित से ED ने 50 करोड़ से भी अधिक की नकद राशि बरामद की थी। अर्पिता ने यह सारी रकम पार्थ की बताकर अपना पल्ला झड़ने की कोशिश की थी। अर्पिता मुखर्जी की एक फर्जी कंपनी के ठिकाने पर मैरिज हाल और अपार्टमेंट मिला है। साथ ही एक कंपनी का डायरेक्टर एक चपरासी है। ईडी ने दावा किया कि चटर्जी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
अर्पिता के फ्लैट से बरामद 22 मोबाइल और डिजिटल उपकरणों से कई जानकारी मिली हैं। इसके आधार पर पार्थ और अर्पिता से आमने-सामने पूछताछ की जा सकती है।ईडी अधिकारियों ने कोलकाता के पंडितिया रोड़ पर एक फ्लैट का दरवाजा तोड़कर छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक यह फ्लैट अर्पिता की करीबी दोस्त का है।
ईडी को अर्पिता के फ्लैटों में गहनों का खजाना मिला है। बताया जा रहा है कि ईडी अधिकारियों ने अदालत को एक सूची दी है, जिसमें गहनों का पूरा ब्योरा है।प्रवर्तन निदेशालय ED ने अपनी जांच में इसका खुलासा किया है।
इसके साथ ही ईडी की टीम जांच के सिलसिले में बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन स्थित पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के ‘अपा’ नामक बंगले पर पहुंची थी। जमीन गीली होने के कारण संदेह होने पर बंगले के बगीचे की मिट्टी खोद कर तलाशी ली गई थी।