डेंगू के बढ़ते खतरे के बीच उत्तराखंड में स्वास्थ्य सचिव का हाई अलर्ट, डेंगू आइसोलेशन वार्ड की नोडल अधिकारी को मिलेगी जिम्मेदारी
उत्तराखंड में डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने विभाग को अलर्ट किया है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को जनपद स्तर पर विभगीय समन्वय बैठक आयोजित करने के आदेश दिए।
हरिद्वार और देहरादून के अलावा नैनीताल और यूएस नगर दो ऐसे ज़िले हैं, जहां डेंगू के केस मिल चुके हैं. नैनीताल में 24 और यूएसनगर में 5 केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क मोड में काम कर रहा है.सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि डेंगू व चिकनगुनिया रोग की रोकथाम व बचाव के लिए स्वास्थ्य समेत संबंधित विभागों की भी सक्रिय भागीदारी निभानी होगी।
देहरादून में डेंगू के हॉटस्पॉट इंदिरा नगर, सीमा द्वार और वसंत विहार इलाके बताए गए हैं. स्वास्थ्य महकमे के अफसरों के हवाले से खबरों में कहा जा रहा है कि देहरादून में डेंगू फैलाने वाले चार वायरसों में से तीन स्ट्रेनों का प्रसार देखा गया है. इसके लिए सभी जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में जिला स्तर पर अंतर विभागीय समन्वय बैठक कर व्यापक रणनीति बनाई जाए।
नरसैंण, भगवानपुर, रुड़की, भद्राबाद और हरिद्वार ब्लॉकों में वायरस ज़्यादा फैलता हुआ पाया गया है. डेंगू मच्छरों को पनपने से रोकने कै लिए फॉगिंग के साथ स्वच्छता अभियान चलाया जाए।गंभीर बात तो यह भी है कि लैब में स्ट्रेन की पहचान तक नहीं हो सकी.