जानिए थकान को दूर करने में कारगर हैं मटर
मटर में कई पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा पाई जाती है. डायबिटीज, कमजोर हड्डियों और थकान में मटर का सेवन मुफीद है. मटर प्रोटीन और फाइबर का प्राकृतिक स्रोत है. फाइबर पेट साफ रखने में मददगार साबित होता है. हालांकि, कुछ मामलों में मटर का सेवन कम करना चाहिए. आज हम आपको अपनी इस स्टोरी में बताएंगे कि मटर कब नहीं खानी चाहिए और कब खानी चाहिए
थकान में मटर कारगर
क्या आप हर समय खुद को थका और उदास महसूस करते हैं? अगर हां, तो ऐसे में आपको अपनी किसी डाइट में मटर को जरूर शामिल करना चाहिए. मटर प्रोटीन हासिल करने का प्राकृति स्रोत होने के साथ शरीर को ऊर्जा देने का भी काम करता है. मटर के इस्तेमाल से आपकी थकान दूर होगी और आप ज्यादा सक्रिय रह सकेंगे.
डायबिटीज रोगियों के लिए
डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए मटर जरूर इस्तेमाल करना चाहिए. दिन के एक भोजन में किसी न किसी रूप में मटर शामिल करना मुफीद साबित होगा. मटर में मौजूद प्रोटीन आपके शरीर में इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा मटर के इस्तेमाल का ये फायदा होगा कि आपके ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ नहीं पाएगा. इससे शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखने में मदद मिलती है.
पेट के कैंसर को रोके
मटर पेट के कैंसर से सुरक्षा प्रदान कर सकता है. 2009 में मैक्सिको शहर में किए गए एक रिसर्च से पता चला कि मटर और फलिया के रोजाना सेवन से पेट के कैंसर का खतरा 50 फीसद तक कम हो गया.