पंजाब में किसानों से नाराज होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए राजस्व अधिकारी, अब क्या करेगी सरकार

पंजाब के लंबी में हुई घटना के बाद राज्य के राजस्व अधिकारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया है। इस बात की जानकारी पंजाब राजस्व अधिकारी संघ ने दी है। सोमवार को कपास की फसल के नुकसान पर मुआवजे की मांग कर रहे किसानों ने कई अधिकारियों को लंबी में बंदी बना लिया था। खबर है कि ये किसान भारती किसान यूनियन (एकता उग्रहण) के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे थे।

पंजाब राजस्व अधिकारी संघ ने मंगलवार को किसानों पर लंबी में बदसलूकी करने के आरोप लगाए। साथ ही संघ ने इस घटना के चलते 29 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है।

रिपोर्ट के अनुसार, किसान पिंक बॉलवॉर्म के चलते कपास की फसल को हुए नुकसान पर मुआवजे की मांग कर रहे थे। इसी बीच सोमवार को बड़ी संख्या में किसानों ने नायब तहसीलदार, कुछ पटवारियों और अन्य अधिकारियों को लंबी उप-तहसील कार्यालय में बंधक बना लिया था। ये किसान दोपहर तक उप-तहसील के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन देर शाम दफ्तर के अंदर आ गए।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों को बाहर जाने नहीं दिया और उपायुक्त समेत कई राजस्व अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। मौके पर पहुंचे मलौत एसडीएम प्रमोद सिंगला ने बताया, ‘एक नायब तहसीलदार, पटवारियों और अन्य अधिकारियों को बंधक बनाया गया है।’ उन्होंने दावा किया कि करीब 10 गांवों के किसान विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए और वे कपास की 50 फीसदी फसल बर्बाद होने का झूठा दावा कर रहे थे।

उन्होंने जानकारी दी, ‘उनके पास राहत पाने के लिए कोई दस्तावेज नहीं थे। सरकार मुआवजा तभी देती है जब फसल को 25 फीसदी से ज्यादा नुकसान हुआ हो।’ सिंगला ने आगे बताया, ‘उपायुक्त ने उन्हें मामला हल करने का आश्वासन दिया है। आगे जिन किसानों ने फसल के खराब होने का सामना किया है, उन्हें मुआवजा वितरित किया जाएगा।’

Related Articles

Back to top button