उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की हार पर अशोक गहलोत ने की टिप्पणी, कहा मायावती को ऐसा…
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की हार पर अशोक गहलोत ने टिप्पणी की है। साथ ही गहलोत ने मायावती पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहाकि 90 के दशक में बसपा के साथ गठबंधन कांग्रेस की सबसे बड़ी भूल थी।
गहलोत ने उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत के लिए बसपा को दोषी ठहराया है। गौरतलब है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी थी।
गहलोत दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहाकि 90 के दशक में कांग्रेस ने बसपा से गठबंधन किया। दो तिहाई सीटें बसपा को दे दीं और खुद जूनियर पार्टी बन गई। यह हमारी अब तक की सबसे बड़ी भूल थी। इसका नतीजा यह हुआ है कि पार्टी आज तक खड़ी नहीं हो पाई।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहाकि जिस तरह से मायावती ने पूरा खेल खेला है, इसकी अपेक्षा उनसे नहीं थी। उन्होंने कहाकि वह एक आइडियोलॉजी का प्रतिनिधित्व कर रही थीं, लेकिन उन्होंने बसपा को ही धोखा दे दिया। जिस तरह से उन्होंने भाजपा का समर्थन किया है वह एक तरह से राजनीतिक आत्महत्या है। गहलोत ने कहाकि क्या कभी कोई सोच सकता था कि बसपा यूपी में सिर्फ एक सीट जीतेगी?
गहलोत ने कहाकि प्रियंका गांधी ने कम से कम देश को यह संदेश तो दिया कि लड़ाई लड़ी जा सकती है। चुनाव में हार और जीत एक अलग मसला है, लेकिन उन्होंने सभी 403 सीटों पर प्रत्याशी उतारे, यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहाकि अभी जो हालात हैं, हो सकता है कि अगले 30 साल तक कांग्रेस सत्ता में न आए। लेकिन जिस तरह से प्रियंका गांधी ने प्रत्याशी उतारे, 40 फीसदी महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया, उससे पार्टी के लिए एक माहौल तैयार हुआ है।
भावनात्मक मुद्दों पर चुनाव लड़ने की बात पर गहलोत ने कहाकि ऐसा सभी जगहों पर हुआ है। भाजपा के लोग बिना मुद्दे का मुद्दा बना देते हैं। धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण करके राजनीति करते हैं। उन्होंने कहाकि हालांकि कुछ गलतियां हमसे भी हुई हैं। पंजाब में जिस तरह से उठापटक हुई। आरोप-प्रत्यारोप लगे। लोगों ने इन चीजों को स्वीकार नहीं किया। गहलोत ने कहाकि हालांकि कांग्रेस की पॉलिसीज, इसके कार्यक्रम, सिद्धांत देश के किसी राज्य में अस्वीकृत नहीं किए गए हैं।