यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने शुरू किया ये ऑपरेशन, रोमानिया के प्रधानमंत्री से पीएम मोदी ने की बात

रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. यूक्रेन में भारतीय छात्र भी फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने के लिए केंद्र सरकार ने ऑपरेशन गंगा शुरू किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने के अभियान को लेकर हाई लेवल मीटिंग की थी और चार मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का निर्णय लिया गया.

अब पीएम मोदी ने इसे लेकर रोमानिया और स्लोवाक रिपब्लिक के प्रधानमंत्रियों से फोन पर बात की है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने रोमानिया के प्रधानमंत्री निकोलाई सिउका से सोमवार को फोन पर बात की है. पीएम मोदी ने रोमानिया के प्रधानमंत्री से यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने को लेकर चर्चा की और सहयोग की सराहना भी की. पीएम मोदी ने कहा कि भारत, भारतीय छात्रों को बगैर वीजा के प्रवेश और स्पेशल फ्लाइट्स को अनुमति देने के कदम के लिए रोमानिया की सराहना करता है.

पीएम मोदी ने स्लोवाक गणराज्य के पीएम एडवर्ड हेगर से भी फोन पर बात की और यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने में उनके देश की ओर से मिल रहे सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. पीएम मोदी ने स्लोवाक पीएम से अगले कुछ दिनों तक यूक्रेन से निकालने में सहयोग जारी रखने की अपील की. पीएम मोदी ने स्लोवाक प्रधानमंत्री को यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के प्रयास की निगरानी के लिए अपने विशेष दूत के रूप में किरण रिजिजू की तैनाती की भी जानकारी दी.

पीएम मोदी ने यूक्रेन के हालात और मानवीय संकट को लेकर दुख व्यक्त किया और कहा कि भारत शत्रुता समाप्त करने और बातचीत की अपील लगातार करता रहा है. उन्होंने स्लोवाक पीएम से बातचीत में राष्ट्रों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने के महत्व पर भी जोर दिया.

ब्रिटेन में भारतीय छात्र भी यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने में सहयोग के लिए आगे आए हैं. ब्रिटेन में अध्ययन कर रहे भारतीय छात्रों ने यूक्रेन से अपने देश के छात्रों को निकालने में मदद के लिए पूरे यूरोप में अपना नेटवर्क तैयार किया है.

समाचार एजेंसियों के मुताबिक नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड एलुमनाई यूनियन (एनआईएसएयू) यूके ने बताया है कि 40 छात्रों का एक दल सफलतापूर्वक रोमानिया पहुंच गया है जिसे जल्दी ही दिल्ली वापस भेजा जाएगा. संगठन के सनम अरोड़ा ने भारतीय छात्रों के सहयोग के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है और सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के पालन की अपील की है.

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