आज राज्य के 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी ,जनता करेगी राजा भैया सहित इन दिग्गजों की किस्मत का फैसला

यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में आज राज्य के 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। मतदाता अपने प्रतिनिधि चुनने के लिए कितने उत्साही हैं इस बात का पता इसी से चल रहा है कि बूथों पर लंबी लाइनें लगी हुई हैं।

पांचवें चरण का मतदान कई मायनों में खास है। आज जनता एक साथ कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला करेगी। इस चरण में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया), कृष्णा पटेल, पल्लवी पटेल, संजय सिंह, मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह सहित कई दिग्गज मैदान में हैं।

पांचवें चरण में 693 उम्मीवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इसमें 90 महिला प्रत्याशी हैं। जबकि 2.25 करोड़ मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 2017 में बीजेपी ने 61 में से 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी। सपा को पांच, बसपा को पांच, कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी। वहीं दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गई थी।

अयोध्या विधानसभा सीट पर सबकी नजरे टिकी हुई हैं। राम मंदिर निर्माण की शुरुआत होने के बाद यहां पहली बार चुनाव हो रहा है। ऐसे में बीजेपी को यहां से खासी उम्मीदे हैं। पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि बीजेपी ने बाद में यहां से वेद प्रकाश गुप्ता को टिकट दे दिया। इससे विपक्ष ने योगी पर काफी हमले भी किए थे। इस सीट से सपा गठबंधन ने पूर्व मंत्री तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने रवि मौर्या और कांग्रेस ने रीता मौर्या पर भरोसा जताया है। बता दें कि 2017 में वेद प्रकाश गुप्ता ने यहां से जीत दर्ज की थी।

कौशांबी जिले की सिराथू सीट से बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को अपना उम्मीदवार बनाया है। उनके खिलाफ सपा ने कैबिनेट मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल को उतारा है। वहीं बसपा ने मुनसब अली और कांग्रेस ने सीमा देवी को टिकट दिया है। 2017 में इस विधानसभा सीट पर बीजेपी की शीतला प्रसाद ने जीत दर्ज की थी।

कुंडा विधानसभा सीट से बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया एक बार फिर मैदान में हैं। वे 1993 से लगातार इस सीट से जीतते आ रहे हैं। 2017 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी। इस बार वे अपनी पार्टी जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के उम्मीदवार के तौर पर चुनावी रण में उतरे हैं। उनके खिलाफ सपा गठबंधन ने एक समय राजा भैया के करीबी रहे गुलशन यादव को टिकट दिया है। यादव ने पिछले दिनों राजा भैया से अपनी जान का खतरा बताया था। बीजेपी ने यहां से सिंधुजा मिश्रा, बसपा ने मोहम्मद फहीम और कांग्रेस ने योगेश कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है।

कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली अमेठी हमेशा से हॉट सीट में शामिल रही है। हालांकि 1991 के बाद पार्टी यहां अपनी जीत को लगातार दोहरा नहीं पाई। इस सीट से बीजेपी ने अमेठी रियासत के डॉ. संजय सिंह को टिकट दिया है। संजय सिंह लगभग 33 साल बाद चुनावी रण में उतरे हैं। वे राजीव गांधी के बेहद करीबी रह चुके हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि अमेठी कभी किसी का गढ़ नहीं रहा, चाहे वह गांधी परिवार हो या कोई और। यह हमेशा लोगों की रही है। यह उत्पीड़कों के खिलाफ जंग है। वहीं सपा ने यहां से पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी महराजी प्रजापति, बसपा ने रागिनी तिवारी और कांग्रेस ने आशीष शुक्ला पर भरोसा जताया है।

योगी सरकार के कपड़ा उद्योग मंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहाबाद पश्चिम सीट एक बार फिर मैदान में हैं। सपा ने उनके खिलाफ इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुकी ऋचा सिंह को दोबारा टिकट दिया है। 2017 में ऋचा मंत्री को कड़ी टक्कर दे चुकी हैं। ऐसे में उनके सामने अपनी सीट बचाने की चुनौती है। बसपा ने यहां से गुलाम कादिर और कांग्रेस ने तसलीमउद्दीन को मैदार में उतारा है।

इलाहाबाद दक्षिण से अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल नंदी चुनाव मैदान में हैं। 2017 में बसपा छोड़कर बीजेपी में आए नंदी ने सपा के परवेज अहमद को लगभग 28 हजार वोटों से हराया था। सपा ने यहां से रईस चंद्र शुक्ला, बसपा ने हाईकोर्ट बार काउंसिल के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र मिश्र नगरहा और कांग्रेस ने अल्पना निषाद को टिकट दिया है।

प्रतापगढ़ सदर सीट से अपना दल (कमेरावादी) की मुखिया कृष्णा पटेल मैदान में हैं। मां-बेटी के रिश्ते में दरार ना आए इसलिए केंद्रीय मंत्री और अपना दल (एस) की मुखिया अनुप्रिया पटेल ने गठबंधन कोटे से मिली इस सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारा और प्रतापगढ़ की सदर सीट भाजपा को वापस कर दी थी। इसके बाद बीजेपी ने राजेंद्र मौर्य को यहां से उम्मीदवार बनाया है।

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