उत्तराखंड : तेज बारिश के बीच गांधीनगर के एक छोटे से कमरे में सभा कर रहे हरीश रावत, पढ़े पूरी खबर
उत्तराखंड के कद्दावर नेताओं में शुमार हरीश रावत तेज बारिश के बीच गांधीनगर के एक छोटे से कमरे में सभा कर रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है लालकुआं की लड़ाई किस कदर कांटे की है।
चुनावी तैयारियों में तीन महीने से एक जगह नहीं टिक रहे रावत ने इस सीट से नाम घोषित होने के बाद आठ में छह दिन यहां बिताए हैं। मतलब साफ है कि पिछले चुनाव में दो सीटें हारे रावत इस बार कोई चूक नहीं करना चाहते। चुनावी ठीयों पर कान लगाने से पता चलता है कि लालकुआं की लड़ाई स्थानीय बनाम सीएम के चेहरे की तरफ जा रही है। यहां कांग्रेस और भाजपा से खड़े दो मजबूत बागियों का नाम लेना भी लोग नहीं भूलते।
विधानसभा सीट के तौर पर लालकुआं इस बार यह तीसरा चुनाव देख रहा है। पूर्व सीएम हरीश रावत के मैदान में आने से इस सीट पर अब पूरे प्रदेश की नजर है। बीते दो चुनाव में यहां कांग्रेस को बड़ी बगावत का सामना करना पड़ा था। रावत के मैदान में आने से बगावत थमी जरूर है लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं हुई है।
कांग्रेस के लिए राहत की बात ये है कि इस क्षेत्र में पार्टी के दो ध्रुव माने जाने वाले हरीश दुर्गापाल और हरेन्द्र बोरा इस समय रावत के कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। दुर्गापाल 2012 में 25 हजार से अधिक वोट लेकर यहां निर्दलीय चुनाव जीते थे। 2017 में दुर्गापाल को टिकट मिलने पर हरेन्द्र बोरा ने बगावत की और उन्हें 14,709 से अधिक वोट मिले थे। निर्दलीय के तौर पर दुर्गापाल और बोरा को मिले वोट पर अब सबकी नजर है।