सीआरपीएफ कैंप में तैनात जवानों के बीच खूनी संघर्ष, एसआई की हत्या
तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा पर सुकमा जिले में स्थित सीआरपीएफ कैंप में तैनात जवानों के बीच खूनी संघर्ष हुआ। सीआरपीएफ-39 बटालियन के एक हेड कॉन्स्टेबल ने अपनी सर्विस राइफल से कैंप में ही पोस्टेड एएसआई पर गोलियां चला दी।
इससे एएसआई की मौके पर ही मौत हो गई। एएसआई को गोली मारने के बाद हेड कॉन्स्टेबल खुद पर भी गोली चलाकर आत्महत्या का प्रयास किया है। हादसे में हेड कॉन्स्टेबल गंभीर रूप से घायल है।
बताया जा रहा है कि हेड कॉन्स्टेबल गंभीर रूप से घायल है, जिसे वारंगल अस्पताल में एडमिट करवाया गया है। वहीं, घटना की पुष्टि करते हुए बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि यह घटना छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हुई है। इसकी जांच की जा रही है।
बता दें कि दो महीने के भीतर ऐसी यह दूसरी घटना है। जानकारी के मुताबिक एएसआई उमेश चंद्र और हेड कॉन्स्टेबल स्टीफन के बीच किसी बात को लेकर ज़ोरदार विवाद हुआ था, जिसके बाद स्टीफन ने गोली चला दी। मुलुगु बस्तर के सुकमा जिले के कोंटा इलाके से लगा है।
जब फायरिंग की आवाज लोगों ने सुनी तो जवानों के साथ स्थानीय लोग भी पहुंचे। तब तक उमेश की मौत हो चुकी थी, जबकि स्टीफन गंभीर रूप से घायल होकर तड़प रहा था। घायल जवान को जवानों ने फौरन अस्पताल पहुंचाया।
बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि सीआरपीएफ 39 बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल ने अपनी सर्विस राइफल से कैंप एएसआई पर गोलियां चला दी है। इससे उसकी मौत हो गई है। इसके बाद हेड कॉन्स्टेबल ने आत्महत्या का प्रयास किया है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल घटना की जांच की जा रही है।