मणिपुर में पुलिस की बड़ी कामयाबी, 48 घंटे में प्रतिबंधित संगठनों के नौ सदस्य गिरफ्तार

इंफाल: मणिपुर के इंफाल घाटी जिलों में कई प्रतिबंधित संगठनों के नौ सदस्यों को पिछले 48 घंटों में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। प्रतिबंधित यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (पंबेई) के दो कार्यकर्ताओं को शनिवार को इंफाल पूर्वी जिले के नोंग्दम गांव के पास नेपेटपल्ली एंड्रो रोड से गिरफ्तार किया गया।
शुक्रवार और शनिवार को हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे कथित तौर पर जबरन वसूली में शामिल थे। उन्होंने बताया कि इससे पहले सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को बिष्णुपुर जिले के निंगथौखोंग वार्ड नंबर 13 से प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (ताइबांगनबा) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया। उसी दिन प्रतिबंधित केसीपी (एमएफएल) के दो कार्यकर्ताओं को इंफाल पश्चिम जिले के सलाम ममांग लेइकाई केतुकी लम्पक से गिरफ्तार किया गया। वे भी कथित तौर पर जबरन वसूली में भी शामिल थे।
कहां-कहां से और कब हुई गिरफ्तारी
उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस ने शुक्रवार को इंफाल पूर्वी जिले के क्यामगेई हेइबोंग माखोंग इलाके से प्रतिबंधित प्रेपक (पीआरओ) के एक कैडर को गिरफ्तार किया। प्रतिबंधित कांगलेई यावोल कन्ना लूप (केवाईकेएल) के एक कैडर को इंफाल पूर्वी जिले से हिरासत में लिया गया। यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी ऑफ कांगलेईपाक (यूपीपीके) के एक सदस्य को भी शुक्रवार को इंफाल पूर्वी जिले से गिरफ्तार किया गया। उसी दिन इंफाल पूर्वी जिले के संजेनबाम शांगशाबी गांव से प्रतिबंधित प्रेपक के एक अन्य सक्रिय कैडर को गिरफ्तार किया गया।
मणिपुर में 2023 से हालात तनावपूर्ण
मई 2023 में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से मणिपुर पुलिस और कई अन्य सुरक्षा बल पूरे राज्य में तलाशी अभियान चला रहे हैं। मई 2023 से मैतेई और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय संघर्ष में 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
13 फरवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र ने 13 फरवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। राज्य विधानसभा का कार्यकाल 2027 तक है। हालांकि, इसे फिलहाल निलंबित कर दिया गया है।