करात बोले- बंगाल में खोया आधार हासिल करना माकपा का लक्ष्य, TMC-BJP के खिलाफ एकजुट होगा वामपंथी मोर्चा

नई दिल्ली:  भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता प्रकाश करात ने कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में अपना खोया हुआ आधार वापस पाने और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ वामपंथी और लोकतांत्रिक ताकतों को एकजुट करने की कोशिश करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों में वाम मोर्चा और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है।

करात ने ‘पीटीआई’ से बातचीत में कहा, ‘पश्चिम बंगाल में माकपा का आधार खोना ही उसकी घटती चुनावी ताकत की मुख्य वजह है।’ उन्होंने बताया कि पार्टी ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों के बीच काम कर रही है, ताकि अपने पारंपरिक समर्थन आधार को फिर से हासिल किया जा सके।

पश्चिम बंगाल में पार्टी की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर माकपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि हाल ही में युवाओं की भागीदारी बढ़ी है। खासकर कोलकाता के आरजीकर दुष्कर्म और हत्या मामले के विरोध में युवाओं ने सक्रियता से बड़ी भूमिका निभाई। माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा का 1977 से 2011 तक 34 वर्षों तक राज्य में शासन रहा।

आरजी कर दुष्कर्म और हत्याकांड के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों को लेकर उन्होंने कहा, हम केवल अपनी पार्टी की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि सभी वामपंथी और प्रगतिशील ताकतें सामने आईं और उन्होंने युवाओं को बड़े पैमाने पर संगठित किया।

माकपा ने खुद को फिर संगठित कर लिया: करात
उन्होंने कहा, हम उन वर्ग के लोगों के बीच अपना प्रभाव फिर से बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनका समर्थन हमने खो दिया था। अब हमें अहसास हो गया है कि हमें ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों के बीच कड़ी मेहनत करनी चाहिए। वह हमारा मुख्य आधार था। इसलिए हमने योजना बनाई है। कुछ प्रगति हुई है। करात ने दावा किया कि माकपा ने संगठन के रूप में खुद को फिर से संगठित और व्यवस्थित किया है। हालांकि, अभी तक कोई चुनावी कामयाबी नहीं मिली है।

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