पीडब्ल्यूडी के दो इंजीनियर्स सस्पेंड, फर्जी तरीके से कर रहे थे ये काम

दून-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर आईएसबीटी से अजबपुर रेलवे क्रॉसिंग तक एनएच चौड़ीकरण का कार्य फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर आवंटित कर देने के मामले में सरकार ने लोनिवि के अधीक्षण अभियंता रणजीत सिंह और अधिशासी अभियंता ओमपाल सिंह को निलम्बित कर दिया है।

प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुधांशु की ओर से सोमवार को दोनों इंजीनियरों के निलंबन के आदेश किए गए। प्रमुख सचिव ने बताया कि लोनिवि एनएच डिवीजन की ओर से राजमार्ग चौड़ीकरण परियोजना के तहत इस हिस्से का निर्माण किया जाना था।

उन्होंने बताया कि, डोईवाला डिवीजन ने 25 करोड़ के इस कार्य के लिए टेंडर आमंत्रित किए। जिसमें ठेकेदार द्वारा बैंक गारंटी जमा कराई गई। लेकिन ठेकेदार द्वारा दी गई बैंक गारंटी का सत्यापन करने से पहले ही अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता ने काम आवंटित कर दिया।

इसके बाद ठेकेदार ने काम शुरू भी कर दिया। बाद में कराए गए सत्यापन में बैंक गारंटी फर्जी पाई गई है। इस मामले में वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के को लेकर अधीक्षण अभियंता दसवां वृत्त लोनिवि, देहरादून रणजीत सिंह और एनएच खंड लोनिवि डोईवाला के अधिशासी अभियंता ओमपाल सिंह को निलम्बित किया गया है।

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