सीमा से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के समझौते को लागू करने में हो रही प्रगति, चीनी सेना का दावा
भारत और चीन की सेना पूर्वी लद्दाख में चार साल से अधिक समय से जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए इलाके से सैनिकों को वापस बुलाने के समझौते को लागू करने में तेजी से प्रगति कर रही हैं। चीनी रक्षा मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को इसकी जानकारी दी गई। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल वू कियान ने बताया कि पिछले हफ्ते वियतनाम में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके चीनी समकक्ष एडमिरल डोंग जून के बीच एक सकारात्मक बैठक हुई थी। उन्होंने कहा कि वे चीन और भारत के बीच सामंजस्यपूर्ण तालमेल की भी उम्मीद करते हैं।
चीनी प्रवक्ता ने दी प्रतिक्रिया
पूर्वी लद्दाख में गतिरोध समाप्त करने के लिए पिछले महीने दोनों देशों के बीच हुए समझौते के कार्यान्वयन की प्रगति को लेकर वू कियान से सवाल किया गया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष इस समझौते को लागू कर रहे हैं। चीनी प्रवक्ता ने कहा, “अब हम बहुत प्रगति कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि दोनों मंत्री शीर्ष नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने और संबंधों को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल वू कियान ने कहा, “हमें उम्मीद है कि दोनों पक्ष अवसर का लाभ उठाएंगे और सैन्य संबंधों में नई प्रगति करने के लिए नई गति का निर्माण करेंगे।”
पिछले महीने हुआ था समझौता
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को दिल्ली में एलान किया कि पिछले कई हफ्तों से चल रही बातचीत के बाद भारत और चीन के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है और इससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गश्त और सैनिकों के पीछे हटने पर समझौते को अंतिम रूप दिया गया, जो चार साल से चल रहे गतिरोध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।