22 साल पहले भारतीय समेत दो लोगों की हुई थी हत्या, अब दोषी को दी गई मौत की सजा
अमेरिका के ओकलाहोमा राज्य में साल 2002 में एक भारतीय सहित दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इन हत्याओं के दोषी को गुरुवार को मौत की सजा दी गई। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, दोषी माइकल ड्वेन स्मिथ (41 वर्षीय) को ओकलाहोमा की जेल में जहरीला इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी गई।
साल 2002 में हुई थी शरद और मूर की हत्या
स्मिथ ने साल 2002 में भारतीय नागरिक शरद पुल्लुर और जेनेट मूर की हत्या कर दी थी। स्मिथ ने ये दोनों हत्याएं अलग-अलग घटनाओं में की थी। अदालत ने आरोपी को दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई थी। ओकलाहोमा के अटॉर्नी जनरल जेंटनर ड्रमंड ने स्मिथ की सजा के बाद एक बयान जारी करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आज का दिन मूर और शरद के परिवारों के लिए कुछ हद तक शांति लेकर आएगा। ओकलाहोमा राज्य में यह इस साल की पहली मौत की सजा है।
परिजनों ने जताया संतोष
ड्रमंड ने कहा कि ‘दोनों पीड़ित अच्छे इंसान थे और उनके साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था। शरद अपने परिवार का पहला व्यक्ति था, जो शिक्षा प्राप्त करने अमेरिका आया था। उसका भविष्य उज्जवल था। ड्रमंड ने कहा कि दोनों पीड़ित गलत समय पर गलत जगह पर थे और हमें खुशी है कि अब उनके साथ न्याय हुआ है।’ दोनों पीड़ितों के परिवारों ने भी दोषी को मौत की सजा मिलने पर संतुष्टि जाहिर की और कहा कि अब उनके साथ न्याय हुआ है।